इजरायल। इजरायल आने वाले एक वर्ष में एक ऐसी लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम तैयार कर लेगा। इस सिस्टम के सक्रिय होने के बाद देश में परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा। ये जानकारी इजरायली पीएम नफ्ताली बेनेट ने दी है। प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने एक सम्मेलन में बताया कि लेजर वॉल, मिसाइल, रॉकेट, ड्रोन समेत कई अन्य खतरों से इजरायल की रक्षा करेगा। इस लेजर सिस्टम को तैयार कर रही रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम ने 2024 तक इस मिसाइल की तैनाती की योजना बनाई थी लेकिन सेना ने पहले ही इसकी तैनाती पर जोर दिया है।
इजरायली पीएम ने बताया कि सबसे पहले इस सिस्टम का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल सक्सेस होने के बाद इसे ऑपरेशन में लाया जाएगा। इस लेजर वाल को सबसे पहले इजरायल के दक्षिणी इलाके में और फिर अन्य स्थानों पर ऑपरेशन में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने बताया कि लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम के बाद समीकरण तेजी से बदल जाएंगे। हमारे विरोधियों को अधिक निवेश की आवश्यकता होगी जबकि हमारा काम कम में ही होजाएगा।
बेनेट ने बताया है कि आयरन डोम के हर इंटरसेप्टर के लिए वर्तमान समय में प्रयोग में आने वाली मिसाइल डिफेंस सिस्टम की लागत लगभग 40 लाख रुपये आती है और हर आने वाले रॉकेट को एक से अधिक इंटरसेप्टर की आवश्यकता होती है, जो बेहद महंगी साबित होती है।
प्रधानमंत्री बोनेट ने इस दौरान इजरायल के मित्र देशों को लेजर बेस्ड मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम देने से भी इनकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि ये लेजर सिस्टम हमारे उन दोस्तों की भी सहायता कर सकता है जो ईरान और उसके गुरिल्लों के गंभीर खतरों से पीड़ित हैं। सम्मेलन में उन्होंने ईरान को लताड़ते हुए कहा है कि इस मिसाइल को बेरूत और गाजा से भी ईरान पर दागा जा सकता है। उन्होंने कहा ईरान जितना कमजोर होगा उसके लड़ाके उससे अधिक कमजोर होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि ईरान और विश्व शक्तियों के बीच वियना में चल रही परमाणु वार्ता उनके बिना किसी समझौते के खत्म हो जाएगी।