लखीमपुर खीरी के बाद अब इस राज्य में भी किसानों का प्रदर्शन शुरू, 150 पुलिस अधिकारियों को बंधक बनाकर किया॰॰॰

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एक तरफ जहां उप्र के लखीमीपुर खीरी में किसान विरोध प्रदर्शन के हिंसक रूप धारण करने के बाद वहां माहौल तनावपूर्ण है। वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर जनपद में भी किसानों का प्रदर्शन उग्र होता नजर आ रहा है। दरअसल जनपद के घड़साना में एक बार फिर पानी में आग लग गई है।

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जानकारी के मुताबिक किसान बीते 7 दिनों से सिंचाई पानी के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान आईजीएनपी में चार में से दो समूह पानी देने की मांग कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि यदि उन्हें पानी नहीं मिला, तो उनके लिए गए फैसलों पर पानी फिर जाएगा।

मुख्य अभियंता को हटाया

प्राप्त सूचना के मुताबिक प्रदेश सरकार के बुलावे पर बीती रात जयपुर में किसानों और राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल में वार्ता हुई। इस बातचीत में सिंचाई पानी पर तो कोई निर्णय नहीं लिया जा सका, किंतु सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल को हटा दिया गया। किसान इस प्रदर्शन में विनोद मित्तल को हटाने की मांग भी कर रहे थे। किसान नेता श्योपत मेघवाल ने कहा कि विनोद मित्तल का हटना एक बड़ी जीत है और आज सिंचाई पानी के मुद्दे पर भी किसान जीत प्राप्त करेंगे।

आपको बता दें कि सिंचाई पानी के लिए चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन के 7वें दिन 3 अक्टूबर को किसानों ने पूरे दिन और रात पुलिस अधिकारियों पर पहरेदारी की। किसानों ने चार में से दो संगठन पानी चलाने की मांग के संबंध में 150 पुलिस अधिकारियों को बंधक बना रखा है। उन्होंने 2 अक्टूबर रात्रि उन्हें बंधक बनाया था।

 

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