ज्योतिषशास्त्र की तरह अंक शास्त्र (Numerology) भी है। अंकशास्त्र में लोगों का जन्म की तारीख की हिसाब से उसके भाग्य के बारे में पता लगाया जाता है। जैसे कि किसी का जन्म किसी माह की 7, 16 और 25 तारीख को हुआ है तो उसका मूलांक 7 होता है। अंकशास्त्र के मुताबिक मूलांक 7 के स्वामी नेपच्यून यानि वरुण देवता माने जाते हैं। ज्योतिषी बताते हैं कि जिन व्यक्तियों का वरुण प्रधान होता है। वे लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं।
अंक शास्त्र (Numerology) में बताया गया है कि मूलांक 7 वाले लोगों के भीतर एक ऐसी क्षमता होती है कि जिससे वे अपने अतीन्द्रीय ज्ञान के माध्यम से सामने वाले के मन की बात जान लेते हैं।
इस मूलांक में जन्मे लोगों को यात्रा करना बेहद पसंद होता है। इनके पास अगर साधन होता है तो ये देश-विदेश की सैर करने से पीछे न रहते। इनकी मौलिकता और व्यक्तित्व दूसरे लोगों से एकदम अलग होता है। इनके दिमाग में हमेशा कुछ न कुछ चलता रहा है। ये बेचैन स्वभाव के होते हैं।(Numerology)
मूलांक 7 वालों का व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक होता है। जो भी इनसे मिलता है वह आकर्षित हो जाता है। ये लोग जिस भी चीज में रूचि लेते हैं। उसमें कुशलता हासिल कर लेते हैं। मूलांक 7 वाले लोग एक सफल लेखक, चित्रकार और कवि बनते हैं।
मूलांक 7 वालों को मित्रों का भरपूर सहयोग और समर्थन मिलता है। दोस्ती के मामले ये लोग इतने धनी होते हैं कि इनके बचपन से लेकर बुढ़ापे तक कोई न कोई घनिष्ट और वफादार मित्र इनके आसपास जरूर रहता है। अंक ज्योतिष (Numerology) में बताया गया है कि मूलांक 7 वाले लोग जिस किसी के साथ जुड़े होते हैं उनका भी भाग्योदय हो जाता है। अगर उसने इनका साथ छोड़ दिया तो उनकी तरक्की में रुक जाती है। इस मूलांक के लोग बड़े से बड़ा जोखिम उठाने से भी नहीं कतराते।
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