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पिछले साल अक्टूबर महीने में आंध्र प्रदेश के विजयनगर जिले के कंटाकापल्ली में दो ट्रेनों की टक्कर से हुए भीषण हादसे को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि जब ट्रेनें टकराईं, तो एक ट्रेन के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट मोबाइल फोन पर क्रिकेट मैच देख रहे थे। अश्विनी वैष्णव ने रेल दुर्घटनाओं के कारणों पर प्रकाश डालते हुए ये सूचना दी।

29 अक्टूबर को शाम 7 बजे हावड़ा-चेन्नई रूट पर रायगड़ा ट्रेन विशाखापत्तनम-पलासा ट्रेन से पीछे से टकरा गई। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा यात्री घायल हो गए।

रेल मंत्री ने नए सुरक्षा उपायों की सूचना देते हुए आंध्र प्रदेश में हुए ट्रेन हादसे का जिक्र किया। उन्होंने ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये दुर्घटना आंध्र प्रदेश में हुई जब लोको पायलट और सह-पायलट का ध्यान क्रिकेट मैच से भटक गया था। अब हम एक ऐसा सिस्टम बना रहे हैं जो ऐसी स्थितियों पर तुरंत संज्ञान लेगा।' इसलिए पायलट और को-पायलट का पूरा ध्यान ट्रेन चलाने पर होगा। उन्होंने कहा कि हम सुरक्षा पर ध्यान देना जारी रखेंगे। हम हर घटना का मूल कारण ढूंढने का प्रयास करते हैं और पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उसका समाधान करते हैं।

रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच रिपोर्ट अभी तक सार्वजनिक नहीं की गयी है। हालांकि, घटना के एक दिन बाद, प्रारंभिक रेलवे जांच से पता चला कि दुर्घटना के लिए रायगड़ा ट्रेन के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट जिम्मेदार थे। उन्होंने ख़राब स्वचालित सिग्नल सिस्टम के लिए निर्धारित नियमों का उल्लंघन किया। दुर्घटना में चालक दल के दोनों सदस्यों की मौत हो गई।

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