प्रतापगढ़ में अफसरों की लड़ाई सड़क पर, डीएम पर भ्रष्टाचार आरोप लगाकर एसडीएम पत्नी संग धरने पर बैठे, निलंबित

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प्रतापगढ़, 24 सितम्बर यूपी किरण। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के अफसरों में आपसी खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रही है । मामला भ्रष्टाचार और ईमानदारी को लेकर है । प्रदेश में एक ओर भ्रष्ट अफसरों की संख्या बढ़ती जा रही है दूसरी ओर ईमानदार अफसर भी हैं जो ऐसे भ्रष्टाचारी अधिकारियों की पोल खोलने में लगे हुए हैं।हालांकि धरने पर बैठे एसडीएम विनीत उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है कि उक्त घटनाक्रम को लेकर मंडलायुक्त प्रयागराज ने एसडीएम को तलब किया था।

आज अफसरों में भ्रष्टाचार बनाम ईमानदारी की लड़ाई सड़क पर आती जा रही है । अभी पिछले दिनों ही रायबरेली जिले में जिलाधिकारी और सीएमओ के बीच कहासुनी काफी सुर्खियों में रही थी ।

डीएम ने सीएमओ को बीच मीटिंग में गधा कह दिया था । अब ऐसे ही प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में एसडीएम और डीएम के बीच भ्रष्टाचार को लेकर तलवारें खिंच गई हैं । एसडीएम के डीएम पर भ्रष्टाचार के लगाए गए आरोपों के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है ।

जानें क्या है पूरा मामला

प्रतापगढ़ के एसडीएम हैं विनीत उपाध्याय जो कि काफी ईमानदार माने जाते हैं । डीएम हैं रूपेश कुमार । एसडीएम विनीत उपाध्याय का आरोप है कि जिले के लालगंज इलाके में संचालित स्कूल की एक रिपोर्ट को लेकर अफसरों ने उन पर दबाव बनाया था । इसके अलावा एसडीएम ने जिले के डीएम रूपेश कुमार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं ।

उसके बाद जब इन अफसरों पर कोई एक्शन नहीं हुआ तब गुस्से में आए एसडीएम विनीत उपाध्याय अपनी पत्नी संग डीएम ऑफिस के सामने ही धरने पर बैठ गए हैं । एसडीएम के जिलाधिकारी आवास पर धरने पर बैठने के बाद प्रतापगढ़ के अलावा राजधानी लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है ।

आपको बता दें कि यूपी में इससे पहले कोरोना किट खरीदने में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था। जिसके बाद घोटाले में दो अफसर सस्पेंड किए गए थे और योगी सरकार ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एसआईटी गठित कर दी थी।

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