PAK को ब्लैक लिस्ट होने से बचा सकता है केवल एक देश, इस मुसीबत में चीन भी नहीं आएगा काम

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पाकिस्तान को एक बड़ा झटका लग सकता है, अगर इसमें अमेरिका ने उसका बचाव नहीं किया तो. आपको बता दें कि पाकिस्तान की इसी मुसीबत से वो खुद भी नहीं बच सकता और चीन तो दूर की बात है. ज्ञात हो कि संयुक्त राज्य अमेरिका, पेरिस में होने वाली आगामी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक में पाकिस्तान के मुद्दे पर नरम रुख अपना सकता है. ऐसे में ट्रंप का कदम देखने लायक होगा।

आपको बता दें कि इससे पाकिस्तान उम्मीद कर रहा है कि अगर उसे ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर नहीं भी किया गया तो उसके ‘ब्लैक लिस्ट’ में रखे जाने से बचने की संभावना है. द न्यूज इंटरनेशनल ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के हवाले से यह जानकारी दी है. वहीं पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने, बाहर निकालने या फिर उसको ब्लैकलिस्ट करने को लेकर फ्रांस की राजधानी में एफएटीएफ की एक अहम बैठक होने वाली है.

गौरतलब है कि इस बैठक में पाकिस्तान ने बीते तीन माह के दौरान आतंकवाद के लिए हो रही फंडिंग रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं, उसको देखते हुए फैसला होगा.इस बैठक में जहां भारत का जोर पाकिस्तान की सच्चाई को उजागर करते हुए उसे ब्लैकलिस्ट कराने पर होगा, वहीं पाकिस्तान का जोर ग्रे लिस्ट से निकलने के साथ ही खुद को ब्लैकलिस्ट से बचाने के लिए भी होगा. एफएटीएफ की पेरिस में 16 से 21 फरवरी तक बैठक होगी.

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