लाहौर ।। CORONA__VIRUS के कहर के चलते पाक की जीडीपी जर्जर हो गई है। पाकिस्तान नकदी के बड़े संकट से जूझ रहा है। इस बीच उसके लिए राहत देने वाली एक खबर आई है। पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने CORONA__VIRUS से लड़ने के लिए 1.4 अरब डॉलर की सहायता राशि मंजूरी की है।
बीते कल को IMF ने अपने बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के कार्यकारी बोर्ड ने रैपिड फाइनेंसिंग इंस्ट्रूमेंट (आरएफआई) के तहत पाकिस्तान की कोविड-19 से लड़ने के लिए खरीद आवश्यकताओं को फौरन पूरा करने के लिए लगभग 1.4 अरब डॉलर की राशि स्वीकृत की गई है।
IMF प्रमुख और वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास दोनों ने जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गर्वनरों द्वारा गरीब देशों के लिये कर्ज की किस्तों की देनदारी निलंबित करने के निर्णय की सराहना की। IMF के नये आकलन के अनुसार, इस महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में तीन प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान 2009 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
IMF प्रमुख ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा संकट है जो पहले कभी नहीं देखा गया. इस महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था 1930 दशक की महान आर्थिक मंदी के बाद के सबसे बड़े संकट से गुजर रही है। वैश्विक जीडीपी में तीन प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। तीन महीने पहले हमारा आकलन था कि हमारे सदस्य देशों में से 160 देशों में प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होगी, लेकिन अब 170 देशों में प्रति व्यक्ति आय में गिरावट की आशंका है।’’
उन्होंने कहा कि IMF इसके साथ ही इस बात की भी तैयारी कर रहा है कि जैसे ही अर्थव्यवस्थाएं इस संकट से उबरना शुरू करें, उनकी गतिविधियां पुन: शुरू की जा सकें. उन्होंने कहा कि हमें इस बारे में भी सोचने की आवश्यकता है कि इस संकट के दूसरे छोर पर हमें किन संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि IMF का बोर्ड पहले ही 25 सबसे गरीब सदस्य देशों के लिए ऋण सहायता पैकेज को मंजूर कर चुका है। हमें ऐसे में संसाधन जुटाने की जरूरत होगी। ये खुशी की बात है कि जी20 देशों के साथ सुबह हुई बैठक में IMF को एकमत से समर्थन मिला।