लाहौर॥ ‘नमस्ते ट्रम्प’ के बाद पाकिस्तान ने प्रेसिडेंट डॉनाल्ड ट्रम्प के बयान को अपने पक्ष में बताया था। पाकिस्तान की इमरान सरकार के मंत्रियों ने ट्रम्प के बयान की अपने तरह से व्याख्या की थी। ट्रम्प के यात्रा के दो दिन बाद पाकिस्तान अपने ही बयान से पलट गया है। हिंदुस्तान और US के रक्षा सौदों से उसकी नींद उड़ गई है। इसने पाकिस्तान की बेचैनी को बढ़ा दी है।
इमरान सरकार जो ट्रम्प के बयान पर अपनी पीठ थपथपा रही थी वह अचानक यूटर्न ले ली। आखिर उसकी चिंता की क्या है बड़ी वजह। रक्षा सौदे से पाकिस्तान क्यों धबड़ाया। आईये जानते हैं।
हिंदुस्तान और यूएस के बीच हाल में हुए रक्षा सौदे ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है। पाकिस्तान ने कहा इससे दोनों देशों के बीच हथियारों की होड़ बढ़ेगी। अमेरिका और हिंदुस्तान के बीच तीन अरब डॉलर रक्षा सौदे पर पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने अपनी बड़ी चिंता जाहिर की है। ट्रम्प की हिंदुस्तान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए अरबों डॉलर के रक्षा करार पर पाकिस्तान को आपत्ति है। पाकिस्तान कई बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से क्षेत्र में हथियारों की होड़ को लेकर अपनी चिंता जता चुका है।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान ने नमस्ते ट्रम्प पर बहुत सधी हुई प्रतिक्रिया दी थी। उसने दावा किया है कि यूएस राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्तों की बात की है। पाकिस्तानी मीडिया ट्रम्प के भाषण के इन बातों का जिक्र न करते हुए पाकिस्तान समर्थक बताकर उसका प्रचार कर रहा है। पाक मीडिया के अनुसार, ट्रम्प ने अपने भाषण में पाकिस्तान की तारीफ की है। पाकिस्तान सरकार ने बड़ी चतुराई से इस्लामिक कट्टरवाद से अपने आपको अलग कर लिया, जबकि हिंदुस्तान पाकिस्तान में पोषित आतंकवाद से पीडि़त है। ट्रम्प का इशारा उस ओर ही था, लेकिन पाकिस्तान ने उसकी पूरी तरह से अनदेखी की।