अगले एक सप्ताह में दाने-दाने के लिए मोहताज होगा पाकिस्तान, होने वाला है ये बड़ा ऐलान

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नई दिल्ली ।। भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान आने वाले दिनों में बहुत बड़ी परेशानी में फंस सकता है। दरअसल, 12 से 18 अक्टूबर के बीच में इस बात का फैसला हो जाएगा कि पाकि़स्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ओर से काली सूची में डाला जाएगा या नहीं।

आपको बता दें कि 12 से 18 अक्टूबर के बीच में FATF की मीटिंग होने है, जिसमें पाकिस्ता़न के भविष्य पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बता दें कि टेरर फंडिंग के मामले में FATF ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखा था, जिसके बाद से ही उस पर काली सूची में जाने का खतरा मंडरा रहा है।

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फ्रांस की कैपिटल पैरिस में 12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक FATF की मीटिंग होनी है। इस बैठक से पहले खबर है कि पाकिस्तान ने बैठक के लिए अपनी कॉम्पलियांस रिपोर्ट यानी अनुपालन रिपोर्ट तैयार कर ली है। हालांकि इसके बावजूद भी पाकिस्ता़न का बचना बहुत ही मुश्किल है। FATF ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ यानी निगरानी वाले देशों की लिस्ट में डाल दिया था।

उसने टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के विरूद्ध कारगर एक्शन के लिए 40 सिफारिशें की थीं, जिस पर पाकिस्ता़न को अक्टूबर 2019 तक अमल करना था। इन पर अमल न करने पर उसे उसी तरह काली सूची में डाला जा सकता है जैसे ईरान और उत्तर कोरिया को किया गया है।

पाकिस्ता़न की हालिया स्थिति को देखते हुए उसके बचने के चांस बहुत ही कम हैं। पाकि़स्तान FATF की ग्रे सूची से निकलने के लिए छटपटा रहा है। शनिवार को FATF के एशिया पैसिफिक ग्रुप की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि FATF ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर लगाम के लिए जो 40 सिफारिशें की थी, उसमें से केवल कुछ का ही पाकिस्ता़न ने पूरी तरह से पालन किया है। 4 सिफारिशों पर तो पाकिस्तान ने कोई भी कदम नहीं उठाया है। ऐसे में वह या तो काली सूची में होगा या फिर ग्रे सूची में बरकरार रहेगा क्योंकि उसे क्लीन चि़ट की संभावना बिलकुल नहीं है।

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