लाहौर॥ पाकिस्तान एक बार फिर से सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल इस देश का प्लान भविष्य में कोरोना वायरस के इजेक्शन को खरीदने की नहीं है क्योंकि उसका उद्देश्य सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता (हर्ड इम्युनिटी) तथा चीन जैसे दोस्त मुल्कों से दान किए गए इजेक्शनों के जरिए कोरोना महामारी की चुनौती से निपटने का है।
खबर के मुताबिक पाकिस्तान ने अभी तक चार वैक्सीनों, सिनोफ्राम (चीन), ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका (ब्रिटेन), स्पूतनिक-वी (रूस) और कैनसिनो बायो (चीन) का पंजीकरण किया है।
पाकिस्तानी अखबरा की एक खबर के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के सचिव आमिर अशरफ ख्वाजा ने 4 फरवरी को लोक लेखा समिति (पीएसी) को बताया कि पाकिस्तान हुकूमत की जल्द से जल्द टीके खरीदने की कोई योजना नहीं है और उसका लक्ष्य कोरोना वायरस से हर्ड इम्युनिटी तथा दान किए गए टीकों के जरिए ही निपटने का है।
पाकिस्तान के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल आमिर आमेर इकराम के मुताबिक चीन के इंजेक्शन कैनसिनो की एक खुराक की कीमत 13 अमेरिकी डॉलर है। मेजर जनरल ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय दाताओं और चीन जैसे दोस्त देशों पर विश्वास कर रहा है।