पाकिस्तान की उम्मीद अब गधों पर टिकी, इमरान सरकार इस वजह से हुई खुश

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कोरोना की मार जहाँ पाकिस्तान की हालत बिगड़ ही रही है, वहीँ पहले से लदे क़र्ज़ भी देश के डुबो रहे हैं. आपको बता दें कि ऐसे में कोरोना महामारी के इस दौर में पाकिस्तान में लाखों लोगों के रोजगार छिन गए हैं वहीं कई लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं। लेकिन अब इस मुश्किल हालात में इमरान खान की सरकार के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है, वह है देश में गधे की आबादी में तेजी से वृद्धि।

गौरतलब है कि ऐसे में एक समाचार चैनल के अनुसार पाकिस्तान गधे की जनसंख्या वृद्धि मामले में पूरी दुनिया में तीसरे स्थान पर आ गया है, जो कि इमरान सरकार के लिए राहत भरी खबर है। दरअसल पाकिस्तान अपने मित्र देश चीन को भारी संख्या में गधे बेचकर भारी मुनाफा कमाता है और चीन इन गधे का उपयोग दवाई बनाने में करता है।

आपको बता दें कि जानकारी के अनुसार चीन में गधे की बहुत अधिक कीमत है क्योंकि इसके खाल से बने जिलेटिन को ‘ईजियाओ’ नामक दवाई बनाने के उपयोग में लाया जाता है। इस दवाई में रक्त शुद्ध करने वाले और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने वाले गुण होते हैं. हालांकि, चीन द्वारा गधे की भारी मांग इसके वैश्विक आबादी के लिए बहुत बड़ा खतरा है।

वहीँ पिछले साल नवंबर 2019 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की गधे की आधी आबादी अगले पांच वर्षों में समाप्त हो सकती है। क्योंकि चीन पारंपरिक दवा बनाने के लिए भारी संख्या में इनकी हत्या कर रहा है।सबसे ज्यादा गधे की आबादी वाला देश होने के बावजूद चीन पाकिस्तान में भी जाकर गधे पालन को बढ़ावा दे रहा है।

वर्ष 2019 में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पशुपालन विभाग ने विशेष रूप से चीनी कंपनियों की जरूरत को पूरा करने के लिए ‘गधा पालन’ को और ज्यादा बढ़ावा देने का फैसला लिया।  इस पालन पर एक अरब डॉलर का निवेश किया गया है।  अब पाकिस्तान को उम्मीद है कि इस महामारी के दौर में उसकी गिरती अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जाएगी।

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