हिंदुस्तान के इस हथियार से चीन में दहशत, पाकिस्तान में खौफ; खूबियां उड़ा देगी होश

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विश्वभर में हिंदुस्तान की राइफल वाली शक्ति बढ़ गई है। रक्षा मंत्रालय (Indian Defense Ministry) ने एक बहुत अहम कदम उठाते हुए रूस संग छय लाख 71 हज़ार एके-203 ऐसाल्ट रायफल की समझौते को अनुमति दे दी है। ये एक ऐसा सौदा है, जिस पर चर्चा तो कई सालों से हो रही थी, मगर इस पर समझौता अब जाकर हुआ है। ये सौदा ऐसे मौका पर हुआ जब भारत का चीन संग सरहद पर गतिरोध बरकरार है।

AK-203

AK क्यों रखा गया इसका नाम

ये AK सीरीज़ की सबसे घातक राइफल में से एक है। AK का अर्थ है Automatic Kalashnikov (कलाश्निकोव) । इस राइफल का नाम इसे बनाने वाले सोवियत संघ के मिलिट्री इंजीनियर Mikhail Kalashnikov के नाम पर रखा गया है।

जानें इसकी खूबियां

हम आपको इन दोनों रायफल से जुड़ी कुछ और बातें बताते हैं। AK-203, INSAS के मामले में बहुत हल्की, छोटी तथा आधुनिक हथियार है। इसका वजन 4.15 किलोग्राम है।

जबकि AK-203 का वज़न 3.8 किलोग्राम है। यानी इस Rifle के मिलने से जवानों का बोझ थोड़ा सा कम हो जाएगा। इसी प्रकार इसकी लम्बाई 960 MM है। इसके अलावा INSAS की Range 400 मीटर है और AK-203 की मारक क्षमता 800 मीटर है। ये 60 सेकेंड में 650 गोलियां फायर कर सकती हैं और AK-203 से एक मिनट में 600 गोलियां दाग सकती हैं।

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