मोदी सरकार प्रदेशों के साथ मिलकर दिसंबर माह में कोविड-19 वैक्सीन को देश भर में पहुंचाने और उसे लोगों को लगाने का ढांचा तैयार कर लेगी। इसके लिए सरकार के विभिन्न मंत्रालय मंत्रालयों में भी तैयारी शुरू हो गई है जो अपने-अपने स्तर पर इस काम में शामिल होंगे। कोल्ड स्टोरेज चेन से लेकर वैक्सीन को पहुंचाने के सभी बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
भारतीय पीएम ने शनिवार को देश में कोरोना इंजेक्शन तैयार करने में जुटे 3 अहम संस्थानों का दौरा कर वहां पर इनकी प्रगति की जानकारी ली है। पीएम मोदी की सक्रियता के साथ गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वैक्सीन को लेकर प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सूत्रों के मुताबिक ट्रायल के कई चरणों से गुजर रही वैक्सीन के अगले साल के प्रथम माह में उपलब्ध होने की संभावना है। ऐसे में सरकार की कोशिश अगले साल के शुरुआती 3 महीनों में हर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने की है। इसके लिए दिसम्बर माह सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें सरकार कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाने के साथ वैक्सीन के मरीजों पर ट्रायल बढ़ाने और उसे देशभर में पहुंचाने का ढांचा तैयार कर रही है।
मोदी सरकार के तकरीबन आधा दर्जन मंत्रालय भी इसमें जुड़े हुए हैं। गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ संचार, डाक, कृषि, रेल, सड़क परिवहन जैसे मंत्रालयों की भी इसमें खासी भूमिका रहेगी। सूत्रों के अनुसार अगर वैक्सीन जनवरी माह में उपलब्ध होती है तो सरकार मार्च तक इसे हर इंसान तक पहुंचाने का प्रयास करेगी।