खुले में शौच करने से बाज नहीं आ रहे थे लोग, नगर निगम ने खोज निकाला अनोखा तरीका

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नई दिल्ली॥ मोदी सरकार Swachh Bharat Mission के अतंर्गत पूरे देश में साफ-सफाई पर विशेष तवज्जो दे रही है। लेकिन इसके बाद भी ये परेशानी जस की तस बनी हुई है। ऐसे में इस परेशानी से निपटने के लिए बेंगलुरु नगर निगम ने अनोखा कदम उठाया है।

ये पहल इतनी अलग है कि इसके बारे में सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। बेंगलुरु महानगर पालिका ने खुले में शौच की परेशानी से निपटने के लिए शहर में भिन्न-भिन्न जगह दीवारों पर शीशे लगवाए हैं। जिससे सड़क किनारे शौच करने वालों को शर्म महसूस हो सकें और वो अपनी इस करतूत से बाज आ सकें।

नगर निगम का प्लान है कि सिटी में और ऐसे जगहों की शिनाख्त कर उन स्थानों पर शीशे लगाए जाए ताकि लोगों की गंदगी फैलाने से रोका जा सकें। इसके साथ ही शीशों पर एक QR Code भी लगाया गया है जिसे Scan कर नजदीकी टॉयलेट के बारे में पता चल जाएगा।

महानगर पालिका ने ये निर्णय इसलिए किया ताकि उन लोगों को पब्लिक तौर पर शर्मिंदा किया जा सकें जो खुले में शौच करते हैं। ऐसे में महानगर पालिका ने दीवार पर शीशे लगवाना उचित समझा। आपको बता दे कि इससे पहले भी दीवारों पर देवी देवताओं की फोटोज़ लगाने व सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए जा चुके हैं।

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लेकिन इसका भी कोई लाभ नहीं हुआ। एक अफसर ने बताया कि लोग खुद को खुले में टॉयलेट करते शीशे में देखेंगे तो उनको शर्मिंदगी महसूस होगी। हालांकि नगर निगम द्वारा उठाया गया ये कदम थोड़ा अधिक खर्चीला है। एक अनुमान के अनुसार, महानगर पालिका को हर एक शीशे की दाम 2 लाख के आस*पास पड़ रही है।

एक अन्य अफसर ने बताया कि खुले में टॉयलेट करने लोगों का फुटपाथ पर चलना मुश्किल हो जाता है। इसलिए लोगों को कई दफा सड़कों पर ही चलना पड़ता है। ऐसे में हमने लोगों को खुले में टॉयलेट करने से रोकने के लिए इस नई तरकीब को खोजा।

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