दुनियाभर में कुछ ऐसे लोग है जो घर से निकलने के बाद कभी अपने घर वापस नहीं लौट पाए और उनके परिजनों को उनका पता कभी भी नहीं लग पाया है, ऐसे ने किसी का 48 साल बड़ा अपने परिवार से मिलना कुदरत का करिश्मा से कम नहीं लगेगा, लेकिन इस बार ये कमाल सोशल मीडिया प्लेटफार्म की वजह से हुआ है. आपको बता दें कि इस बार फेसबुक की एक वीडियो ने एक शख्स को अपने परिवार से मिलने में मदद की है.
वहीं 30 वर्ष की उम्र में घर छोड़ने के बाद उनके परिवार के सदस्यों ने उनकी काफी तलाश की और उन तक पहुंचने के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन वे असफल रहे। जब अमेरिका में रहने वाले हबीबुर के सबसे बड़े बेटे की पत्नी ने शुक्रवार को एक मरीज के लिए आर्थिक मदद मांगने वाले शख्स की वीडियो देखी, पैसों की कमी की वजह से मरीज का इलाज नहीं हो पा रहा था।
गौरतलब है कि द डेली स्टार अखबार ने एक भाई के बयान का हवाला देते हुए कहा, “मुझे याद है कि मेरी मां और मेरे चाचा ने सालों तक उन्हें खोजने के लिए सब कुछ किया, अंत में वह हार मान बैठे। इसके बाद साल 2000 में मेरी मां का निधन हो गया।” बीते 25 सालों से हबीबुर मौलवीबाजार के रायोसरी इलाके में रह रहा था। वहां रजिया बेगम नाम की एक महिला उनकी देखभाल करती थी।
ज्ञात हो कि रजिया ने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने हबीबुर को 1995 में हजरत शाहब उद्दीन दरगाह में बदहाल हालत में पाया था। रजिया ने कहा, “उन्होंने कहा था कि वह बंजारों की तरह जीते थे। वह तब से हमारे साथ रह रहे हैं। हम उनका सम्मान करते हैं और उन्हें पीर कह कर बुलाते हैं।” घर के मुखिया को वापस पाने के बाद हबीबुर के परिवार ने उनके बेहतर इलाज के लिए उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।