नई दिल्ली ।। भारत में लोकसभा चुनाव की तारीख का एलान हो चुका है। पीएम मोदी और भाजपा देश में एक बार फिर से सत्ता हासिल करने की कोई कसर नहीं छोड़ रही है। वहीं पीएम मोदी और भाजपा के सामने चुनाव के वक्त एक बड़ा बैरियर खड़ा हो सकता है। वो है क्रूड ऑयल के दाम।
क्रूड ऑयल के दाम बढ़ेंगे तो देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा होगा। यह समस्या पीएम मोदी के लिए सबसे बड़ी होगी। जानकारों ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल के आखिरी सप्ताह में क्रूड ऑयल के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं।
जिसकी वजह से देश में पेट्रोल के दाम एक बार फिर से 85 से 90 रुपए तक पहुंच सकते हैं। खास बात यह है कि उस समय चुनाव शुरू हो चुके होंगे। पेट्रोल और डीजल के दाम में इजाफे से देश की जनता का वोट सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ भी जा सकता है।
जानकारी के अनुसार, लोकसभा चुनावों के वक्त पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी लोगों में आक्रोश पैदा का सकता है। ऐसे में सत्ताधारी पार्टी भाजपा और खुद पीएम मोदी के लिए लोगों को समझाना काफी मुश्किल हो जाएगा कि आखिर पेट्रोल और डीजल के दाम कैसे और किस तरह से बढ़ रहे हैं।