उत्तर प्रदेश ।। यूपी के कानपुर जनपद के बिठूर थाने में मर्डर केस के एक आरोपी से पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री टॉर्चर का रौंगटे खड़े कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां आरोपी को जमकर पीटने के बाद पुलिस ने उसके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया। फिर करंट लगाया गया जिससे आग लग गई।
फिर आनन फानन दर्द और जलन से तड़पते आरोपी को बाद में हॉस्पिटल ले जाया गया। मंगलवार दोपहर तक पुलिस मामले को टालती रही, लेकिन शाम को SSP अनंत देव ने एसओ सुधीर पवार को सस्पेंड कर दिया।
बीते दिनों पहले बिठूर क्षेत्र के भिड़ैया गांव के निर्मल की हत्या कर शव रेलवे पटरी पर फेंक दिया गया था। पुलिस ने जांच के बाद सोमवार को उन्नाव से आरोपी मोनू और सोनू को हिरासत में लिया था। आरोप है कि मंगलवार आधी रात के बाद पुलिस ने अपराध कबूल करवाने के लिए मोनू की जमकर पिटाई की।
इसके बाद उसे निर्वस्त्र कर प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालकर करंट लगाया गया। इस वजह से अचानक पेट्रोल ने आग पकड़ ली। पुलिस ने किसी तरह आग बुझाई और दर्द-जलन से तड़पते मोनू को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची।
जब सूचना मोनू के घर पहुंची, तो परिवार के लोगों ने थाने में आकर जोरदार हंगामा खड़ा कर दिया। पूरे मामले की जानकारी पाकर कल्याणपुर के सीओ मौके पर पहुंचे। थाने के पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि मोनू ने अपने पास मौजूद माचिस से खुद आग लगा ली, जबकि अस्पताल में भर्ती मोनू ने बातचीत में पुलिस की हैवानियत बयान की। साथ ही यह भी कहा कि मीडिया के सामने कुछ बोलने पर उसका ‘एनकाउंटर’ कर दिया जाएगा।
अफसरों की नाराजगी और बवाल की आशंका को भांप पुलिस ने दोपहर में सोनू को भी थाने से छोड़ दिया। पुलिस मामले को इस कदर छिपाने में लगी थी कि मोनू के परिवार को इसका पता मंगलवार दोपहर तब चला, जब वे मंधना के एक प्राइवेट अस्पताल में पहुंचे। यहां उसने रोते हुए परिजनों को बताया कि उसे बेरहमी से जलाया गया है।