दिल्ली में वकीलों के खिलाफ सड़क पर उतरे पुलिसकर्मी, आईटीओ पर लगाया जाम

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नई दिल्ली॥ 30 हजारी कोर्ट परिसर में वकीलों द्वारा पुलिसकर्मियों को निशाना बनाए जाने के विरोध में आज दिल्ली पुलिस के जवान सड़क पर उतर आए। पुलिसकर्मियों ने आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय पर वकीलों के विरोध में प्रदर्शन करते हुए आईटीओ पर आवागमन अवरुद्ध कर दिया। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।

हाथ पर काली पट्टी बांधकर पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन किया। पुलिसवालों की मांग है कि पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक उनसे मिलें और गुंडागर्दी पर उतारू वकीलों के खिलाफ कार्रवाई कर उनके साथ इंसाफ किया जाए। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पार्किंग को लेकर तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुए विवाद के बाद दोनों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। पुलिसकर्मियों पर वकीलों के हमले के कई विडियो सामने आए हैं, जिसके बाद पूरे विभाग में उनके प्रति नाराजगी देखी जा रही है। उल्लेखनीय है कि तीस हजारी कोर्ट से हुई हिंसा के बाद ऐसे ही मामले देश की कई अदालतों से सामने आए हैं।

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सोमवार को साकेत और कड़कड़डूमा कोर्ट में पुलिसवालों को पीटने की घटनाएं हुईं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी वकीलों और पुलिस कर्मियों के बीच टकराव हो गया। कानपुर में वकीलों ने एसएसपी दफ्तर पर पथराव किया और पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। पुलिसवाले उनपर हो रहे हमलों के खिलाफ यह प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिसवालों की मांग है कि उनपर हमले करनेवालों पर एक्शन लिया जाना चाहिए।

इस बीच, पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन पर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा 72 साल में पहली बार पुलिस प्रदर्शन कर रही है। क्या यही है भाजपा का न्यू इंडिया। देश को कहां ले जाएगी भाजपा? कहां गुम हैं गृहमंत्री अमित शाह? मोदी है तो ही यह मुमकिन है। सड़क ब्लॉक होने के बाद मार्ग पर आवागमन अवरुद्ध हो गया।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इसपर ट्वीट किया-आईटीओ से लक्ष्मी नगर जाने वाली सड़क को फिलहाल बंद कर दिया गया है। लोगों को दिल्ली गेट या राजघाट की तरफ से जाने की सलाह। प्रदर्शन कर रहे पुलिसवालों के हाथ में विभिन्न बैनर-पोस्टर हैं। इनमें से एक पर हाउ इज द जोश…लो सर, लिखा हुआ है। दूसरे पर लिखा था कि कौन सुनेगा? किसे सुनाएं?

कानून की रक्षा करने वाले और कानून की प्रैक्टिस करने वाले के बीच हुए इस संघर्ष को आईपीएस एसोसिएशन ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। एसोसिएशन ने अपील की है कि तथ्य लोगों के सामने है, लिहाजा इस पर संतुलित नजरिया अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा पूरे देश की पुलिस, उन सभी पुलिसकर्मियों के साथ खड़ी है, जिनपर हमला किया गया है। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में हुई घटना पर दिल्ली पुलिस के समर्थन में फरीदाबाद पुलिस के जवान, अधिकतर पुलिसकर्मियों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यही तस्वीर लगाई है। सोमवार को साकेत कोर्ट का एक विडियो सामने आया।

इसमें एक बाइक सवार पुलिसवाले को कुछ वकीलों ने पीट दिया था। हालांकि, वायरल विडियो में जिस पुलिसकर्मी की पिटाई की जा रही है, उसकी पहचान भी नहीं हो पाई है। इसलिए कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। कड़कड़डूमा कोर्ट मामले में भी वायरल हो रहे विडियो में शाहदरा जिला पुलिस की ओर से अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।

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