Politics: भाजपा नहीं बल्कि कांग्रेस विधायक खाली करेंगे CM पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट?

img

देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री का जिम्मा संभाल चुके पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट की तलाश शुरू हो गई है। खटीमा सीट से विधानसभा चुनाव हारे मुख्यमंत्री धामी को अब छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना आवश्यक है। मुख्यमंत्री धामी के लिए सीट की तलाश करने के इस अभियान से कांग्रेस में भी खासी बेचैनी देखी जा रही है। राज्य में अब तक दो बार ऐसा हो चुका है जब गैर विधायक सीएम के लिए विपक्षी दल में सेंध लगाकर ही विधानसभा जाने का रास्ता बनाया गया है।

PUSHKAR SINGH DHAMI

हालांकि भारतीय जनता पार्टी में ही कई विधायक ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री धामी के लिए अपनी सीट कुर्बान करने को तैयार है लेकिन पार्टी का एक वर्ग चाहता है कि अपने विधायक के अपेक्षा कांग्रेस के किसी विधायक से सीट खाली कराई जाए तो राजनीतिक रूप से ज्यादा अच्छा रहेगा।

उधर कांग्रेस मुख्यालय में भी शुक्रवार को सीएम धामी के लिए सीट की तलाश का मुद्दा काफी चर्चा में रहा। कुछ कांग्रेस नेताओं ने निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के सामने भी अपनी ये चिंता जाहिर की। कुछ कांग्रेसियों का कहना था कि कई कांग्रेसी विधायक भाजपा के संपर्क में है और अगर ऐसा हुआ तो काफी गलत संदेश जायेगा। हालांकि नेता प्रतिपक्ष ने उन्हें आश्वस्त किया कि अब बीजेपी की कोई साजिश सफल होने वाली नहीं है।

ऐसी स्थिति में अब तक क्या हुआ…

1- एनडी तिवारी: साल 2002 की जब कांग्रेस सरकार से मुख्यमंत्री बने एनडी तिवारी को विधानसभा तक पहुंचाने      के लिए रामनगर के पार्टी के ही तत्कालीन विधायक योगंबर सिंह रावत ने अपनी सीट खाली की थी।
2- बीसी खंडूरी: साल 2007 में भाजपा सरकार से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने खंडूरी के लिए कांग्रेस विधायक             लेफ्टिनेंट जनरल टीपीएस रावत (रि) ने सीट छोड़ दी थी।
3- विजय बहुगुणा: साल 2012 में कांग्रेस से मुख्यमंत्री बने विजय बहुगुणा के लिए सितारगंज से भाजपा विधायक      किरन मंडल ने अपनी विधानसभा सीट खाली कर दी थी।
4- हरीश रावत: साल 2014 में बहुगुणा के स्थान पर सीएम का पद संभालने वाले रावत के लिए कांग्रेस के                  धारचूला  विधायक हरीश धामी ने अपनी सीट खाली की थी।

Related News