pratika rawal: प्रतीका रावल ने एक बार फिर से लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए दमदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने राजकोट मैदान पर आयरलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में अपने पहले एकदिवसीय शतक का जश्न मनाया। उन्होंने इस पारी को और भी बड़ा बना दिया है और विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने वह कर दिखाया है जो अब तक कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया। उन्होंने 6 वनडे मैचों में बड़ी पारियां खेली हैं।
प्रतिका रावल ने 154 रन बनाए
भारत और आयरलैंड के बीच महिला क्रिकेट में तीन मैचों की द्विपक्षीय श्रृंखला के तीसरे और अंतिम वनडे में प्रतीका रावल ने 129 गेंदों पर 20 चौकों और एक छक्के की मदद से 154 रनों की जोरदार पारी खेली। उनकी पारी की बदौलत भारतीय महिला टीम ने वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार 400 रन का आंकड़ा पार किया। उनके अलावा कार्यवाहक कप्तान स्मृति मंधाना के बल्ले से भी शतक निकला।
वनडे में भारतीय महिला टीम के लिए सबसे बड़ी पारी खेलने वाली तीसरी बल्लेबाज बनीं
प्रतीका रावल ने अपनी पहली शतकीय पारी में कई रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। प्रतिका वनडे में भारत के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गई हैं। दीप्ति शर्मा 188 रनों के साथ इस सूची में शीर्ष पर हैं। उन्होंने यह पारी 2017 में आयरलैंड के खिलाफ खेली थी। हरमनप्रीत कौर ने भी 2017 में नाबाद 171 रन बनाए थे। इन दोनों के बाद तीसरे स्थान पर प्रतीका रावल आती हैं।
पहले 6 वनडे में 444 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड
प्रतिका रावल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया के लिए पदार्पण किया। अब तक उनकी सर्वोच्च पारी आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला के आखिरी मैच में आई थी। उन्होंने 6 एकदिवसीय मैचों में 444 रन बनाए हैं, जिसमें उनका पहला अर्धशतक भी शामिल है। महिला एकदिवसीय क्रिकेट में, पहले 6 एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने का पिछला रिकॉर्ड थाईलैंड की नट्टकम चंतम के नाम था। उन्होंने पहले 6 वनडे मैचों में 322 रन बनाए थे। प्रतीक ने आयरलैंड के खिलाफ वनडे मैच में 154 रन बनाकर उन्हें पीछे छोड़ दिया और नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर दिया। उनका यह विश्व रिकॉर्ड 'लेडी सहवाग' के लिए टेंशन बढ़ा रहा है।
प्रतीका रावल के विश्व रिकॉर्ड ने 'लेडी सहवाग' की चिंता बढ़ा दी
24 वर्षीय प्रतिका रावल ने टीम इंडिया में शेफाली वर्मा की जगह ली है। शेफाली वर्मा अपनी विस्फोटक भविष्यवाणियों के लिए जानी जाती हैं। अपार क्षमता वाले इस बल्लेबाज को प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के कारण टीम से बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह खेलते हुए प्रतीका रावल ने मौके का भरपूर फायदा उठाया है। अपने पहले 6 मैचों में लगातार दमदार प्रदर्शन से उन्होंने जो विश्व रिकॉर्ड बनाया है, वह शैफाली वर्मा के लिए तनाव का सबब है।
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