प्रवासी मजदूरों के यूपी में सरकार की प्रवेश पर रोक के बाद बोली प्रियंका गाँधी, हम चलवाएंगे 1000 बसें, हमें चलाने की अनुमति दें

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लखनऊ।। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आदेश के मुताबिक अब पैदल, बाइक या ट्रक-टैंपो से आने वाले प्रवासी मजदूरों को राज्य में प्रवेश नहीं करने दिया जायेगा। इसको लेकर शासन द्वारा प्रशासन को आदेश दे दिये गये हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव ने कहा है कि अब अगर कोई शख्स पैदल किसी प्रकार से जिले में आ जाता हैं तो उसे वहीं रोक कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्गत निर्देशों के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाये। किसी भी प्रवासी मजदूर को सड़क या रेलवे लाइन पर न चलने दिया जाये।

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इसके अलावा सरकार द्वारा यह भी निर्देश दिया गया है कि प्रवासियों को अन्य जनपद या क्वॉरन्टीन सेन्टर और शेल्टर होम्स भेजे जाने हेतु पर्याप्त संख्या में प्राइवेट बसों और स्कूल बसों की व्यवस्था हो। नोडल अधिकारी समय-समय पर समस्त व्यवस्थाओं का विशेष रूप से मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें।

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वहीँ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्टी लिखकर मजदूरों के लिए एक हजार बसें चलाने की अनुमति मांगी है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्र-निर्माता मजदूरों को इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता। कांग्रेस पार्टी इनकी मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रियंका गांधी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि, “लाखों की संख्या में उत्तर प्रदेश के मजदूर देश के कोने कोने से पलायन कर वापस लौट रहे हैं। लगातार सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के बावजूद पैदल आ रहे इन मजदूरों को सुरक्षित उनके घऱ पहुंचने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। प्रदेश में अब तक करीब 65 मजदूरों की अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है जोकि सूबे में कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।”

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पत्र में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आगे लिखा है, “पालयन करते हुए बेसहारा प्रवासी श्रमिकों के प्रति कांग्रेस पार्टी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए 500 बसें गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद और 500 बसें नोएडा बॉर्डर से चलाना चाहती है। इसका पूरा खर्चा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस वहन करेगी। महामारी से बचने के सब नियमों का पालन करते हुए प्रवासी श्रमिकों को मदद करने के लिए हम 1000 बसों की चलाने की अनुमति चाहते हैं।”

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