इन दिनों कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार दिख रही हैं. आपको बता दें कि वो प्रदेश के हर मुद्दे पर ज़ोर-शोर के साथ काम कर रही है. वहीँ ज्ञात हो कि वह फिलहाल किसी भी मौके को हाथ से नहीं जाने के मूड में है। यही वजह है कि उन्होंने बिना समय गंवाए अपने भाई और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ लखीमपुर कांड के पीड़ितों से मिलने की योजना बना ली।
बता दें कि आज वहां हिंसा में मारे गए किसानों का अंतिम अरदास है। प्रियंका गांधी भी इसमें शामिल होने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंच रही हैं। हालांकि भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारी के अनुसार, किसी भी राजनीतिक दल के राजनेता को मंगलवार की अंतिम प्रार्थना में किसान नेताओं के साथ मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे। हालांकि इस वजह से राजनीतिक टकराव की स्थिति बन सकती है.
आपको बता दें कि लखीमपुर-खीरी के तिकुनिया में अंतिम अरदास और अस्थि कलश यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स लगाए गए हैं। पीएसी, पैरामिलिट्री, आरएपफ और एसएसबी को भी शहर से लेकर तिकुनिया तक मुस्तैद किया गया है। ड्रोन कैमरों से निगरानी रहेगी।