देखा जाय तो आमतौर पर लोग कद्दू का ज़्यादा उपयोग करते हैं, और इसके बीजों को फेंक देते हैं। हालांकि, फाइबर, विटामिन-ए, सी, ई, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, नियासिन, राइबोफ्लेविन, ज़िंक, फोलेट आदि जैसे पोषक तत्वों से भरपूर ये बीज बेहद फायदेमंद होते हैं। विटामिन-ई त्वचा और बालों को स्वस्थ रखता है। फाइबर पेट, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है, जिससे कब्ज़ की परेशानी नहीं होती।
इन बीजों के आप सूखाकर उनका पाउडर बनाकर, भूनकर, पानी में भिगोकर, अंकुरित करके, सलाद में डालकर, सूप, स्वीट डिश में डालकर खा सकते हैं। यह छोटे बीज कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं। हालांकि, इन बीजों को खाते वक्त इसकी मात्रा पर ध्यान देना ज़रूरी है, वरना इसके नुकसान भी हो सकते हैं। खासतौर पर अगर आप किसी तरह की शारीरिक समस्याओं से गुज़र रहे हैं, तो कद्दू के बीज का सेवन न करें।
अगर आप 100 ग्राम कद्दू के बीज खाते हैं, तो शरीर में 500 से भी ज़्यादा कैलोरी हो जाती हैं। साथ ही फैट भी जाता है। अगर आप वज़न घटाने की कोशिश में लगे हैं, तो इन बीजों को न खाएं।
अगर आप प्रेग्नेंट हैं या फिर अपने बच्चे को स्तनपान कराती हैं, तो इसे कम मात्रा में ही खाएं। हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि इसे प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान खाना सुरक्षित है या नहीं।
कई शोध में यह बात सामने आई है कि कद्दू के बीज डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए एक बेहतरीन स्नैक्स साबित होते हैं, क्योंकि इनमें ब्लड शुगर को रेगुलेट और कंट्रोल करने वाले गुण होते हैं। खून में ये ग्लूकोज़ के स्तर को कम करते हैं। हालांकि, डॉक्टर की सलाह के बाद इनका सेवन शुरू करें।
कद्दू के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरे होते हैं। ये ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करते हैं। इसलिए अगर आप लो ब्लड प्रेशर यानि हाइपोटेंशन से ग्रस्त हैं, तो डॉक्टर से बात करने के बाद ही इन बीजों को डाइट में शामिल करें।
कद्दू के बीजों में फाइबर काफी होता है, जो पाचनक्रिया के लिए अच्छा है, लेकिन अगर इसका सेवन ज़्यादा किया जाए, तो इससे डायरिया भी हो सकता है। साथ ही इससे पेट में दर्द, ऐठन, सूजन की दिक्कत भी हो सकती है। इसके अलावा, पेट दर्द की परेशानी भी हो सकती है।