Punjab News: पंजाब में बुधवार को पराली जलाने के कुल 110 मामले सामने आए, जिससे इस सीजन में अब तक कुल 2,466 मामले सामने आए हैं। 25 अक्टूबर तक पराली जलाने के मामलों में मामूली गिरावट आई थी, क्योंकि 100 से कम मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन उसके बाद से कहानी बदल गई है क्योंकि हर दिन 100 से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
26 अक्टूबर को कुल 108, 27 अक्टूबर को 138, 28 अक्टूबर को 142 तथा 29 अक्टूबर को 219 मामले दर्ज किए गए।
मंगलवार को पराली जलाने के 219 मामले दर्ज होने पर प्रशासन ने किसानों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सुप्रीम कोर्ट और सरकार की कई चेतावनियों के बाद भी मामले कम नहीं हो रहे हैं। बीएनएस की धारा 223 के तहत कुल 1,473 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 754 मामलों में 20.25 लाख रुपये का पर्यावरण मुआवजा लगाया गया है।
इससे पहले, केंद्र के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने जिला मजिस्ट्रेटों को पराली जलाने पर प्रतिबंध लागू करने में विफल रहने वाले अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार दिया था। गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर उमा शंकर गुप्ता ने बुधवार को एसएचओ गगनदीप सिंह और सुखविंदर सिंह, नोडल अधिकारी दलजीत सिंह और जसपाल सिंह और जूनियर इंजीनियर सुनील कुमार के खिलाफ उनके अधिकार क्षेत्र में पराली जलाने के मामलों की कथित रूप से अनदेखी करने के आरोप में जांच के निर्देश दिए।
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