वैदिक ज्योतिष में शनिदेव का राशि परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि शनि देव को राशि परिवर्तन करने में ढाई वर्ष का समय लगता है। इस प्रकार शनिदेव का प्रभाव हर किसी के जीवन में अधिक रहेगा।
इसके अलावा जब ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो कभी-कभी शुभ या अशुभ योग बनाते हैं। ऐसे में बनने वाले योगों का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। इस प्रकार भगवान शनि ने इस वर्ष की शुरुआत में अपनी स्वयं की राशि कुंभ में प्रवेश किया।
जैसे ही शनिदेव कुंभ राशि में प्रवेश करते हैं, यह केंद्र त्रिकोण राजयोग बनाता है। वैसे तो इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा, लेकिन 3 राशि वालों को अचानक धन लाभ और सौभाग्य की प्राप्ति होगी। आइए अब देखते हैं कौन हैं वो भाग्यशाली राशियां।
सिंह राशि
शनिदेव सिंह राशि के सातवें घर में हैं। इस प्रकार इस घर में केंद्र त्रिकोण राजयोग बन गया है। इस योग से सिंह राशि के जातकों को जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। कार्यक्षेत्र में वे बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगे। संयुक्त उद्यम शुरू करने के अवसर मिलेंगे। अविवाहित लोगों को अच्छा दहेज मिलेगा। संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिलेगा।
वृषभ राशि
शनिदेव वृषभ राशि के 10वें भाव में हैं। इस प्रकार इस घर में केंद्र त्रिकोण राजयोग बन गया है। जिसके परिणामस्वरूप इन राशियों को करियर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी। विदेश में नौकरी करने वालों के लिए उन्नति के कई अच्छे अवसर हैं। कुछ लोगों को प्रमोशन भी मिल सकता है। व्यापारियों को अच्छा लाभ मिलेगा। नया व्यवसाय शुरू होने की संभावना है। मुख्य रूप से इस राशि वालों की कई इच्छाएं पूरी होंगी।
कुंभ राशि
शनिदेव कुंभ राशि के प्रथम भाव में हैं। इस प्रकार इस घर में केंद्र त्रिकोण राजयोग बन गया है। इससे इन राशियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। ये दूसरों को आकर्षित करने में अच्छे होते हैं। पारिवारिक माहौल बेहतर रहेगा। दाम्पत्य जीवन मधुर रहेगा। अविवाहित लोगों को अच्छा दहेज मिलेगा। जो लोग संयुक्त उद्यम करते हैं उन्हें अच्छे और उत्कृष्ट परिणाम मिलेंगे।
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