कहीं-कहीं बूंदाबांदी के साथ राज्य में छाये बादलों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यह चिंता धान बाहर होने के कारण बढ़ी है। किंतु, रबी की फसलों के लिए हल्की बारिश लाभदायक भी है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी दो दिन तक प्रदेश में बादल छाए रहने की आशंका है। वहीं कृषि विशेषज्ञों के जनवरी माह में हल्की बारिश रबी की हर फसल के लिए लाभदायक होता है। अगर भयंकर वर्षा हो गयी तो सरसों को कुछ नुकसान पहुंचा सकता है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि पहाड़ों पर सक्रिय चल रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण पछुआ हवा कमजोर पड़ी है। ठंडी हवाओं का प्रभाव उतना नहीं रहा। इसके कारण अगले दो दिन तक बादल छाए रहने की संभावना है। गुरुवार से मौसम सामान्य होना शुरू होगा। इस बीच कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बरसात होने के कारण ठंड का असर कम हो जाएगा। इससे ठंड के कारण होने वाले रोग से फसल को मुक्ति मिल जाएगी। पानी गिरने से फसलों की पत्तियां साफ हो जाएगी। इससे ज्यादा फायदेमंद होता है। यदि बारिश हो गयी तो पौधों की वृद्धि अधिक होती है। इससे पैदावार भी बढ़ जाती है। बदल रहे मौसम से किसानों को बहुत घबराने की जरूरत नहीं है। बारिश का होना केला, मिर्च, टमाटर सबके लिए लाभदायक है।