ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि हर ग्रह का हमारे जीवन पर असर जरूर पड़ता है। कुंडली में उस ग्रह की शुभ-अशुभ स्थिति जीवन के संबंधित क्षेत्र पर अनुकूल या फिर प्रतिकूल प्रभाव जरूर डालती है। यही वजह है कि जो भी ग्रह अशुभ हों उसकी शांति का उपाय कर लेना चाहिए ताकि उस ग्रह के अशुभ होने से मिलने वाले बुरे नतीजे से से बचा जा सके।
ज्योतिषी कहते हैं कि अगर शनि, राहु-केतु जैसे ग्रह कुंडली में अशुभ हों तो उपाय करने में बिल्कुल देरी नहीं करनी चाहिए अन्यथा जीवन कई तरह की मुसीबतों में घिर जाता है। आज हम राहु के खराब होने के संकेतों और उसके बुरे प्रभाव से छुटकारा पाने के उपायों के बारें में बताएंगे।
राहु ऐसा ग्रह है जो शुभ फल देता है तो जातक राजा जैसा जीवन जीता है लेकिन अगर अशुभ फल देता है तो राजा को भी रंक बना देता है। यही वजह है कि खराब राहु को जल्द से जल्द पहचान कर उससे बचने के उपाय कर लेने चाहिए। अगर कुंडली में राहु की स्थिति खराब है तो व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। वह हर समय घर में कलह करता रहता है।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि अगर घर में भी राहु का स्थान गड़बड़ हो जाता तो उस घर में हमेशा झगड़ा-अशांति बनी रहती हैं। उस घर के लोगों की तरक्की रुक जाती है। खराब राहु जातक की नींद उड़ा देता है। बिना वजह रात में उसकी नींद बार-बार टूटती है जिस पर राहु की खराब दशा चल रही होती है वह तनाव और अज्ञात भय से ग्रसित रहता है। उसे अक्सर बुरे सपने आते हैं, वह नशा करने लगता है और उसे बीमारियां तरह की घेर लेती हैं।
अशुभ राहु के प्रकोप से बचने के लिए चांदी से बने 2 सांप बहते हुए जल में प्रवाहित करने चाहिए। इसके साथ ही घर में राहु यंत्र स्थापित करके उसकी नियमित पूजा करें। अगर बार-बार नींद टूट रही हो तो रात में सोते समय सिर के पास थोड़ा सा जौ रखकर सोएं। सुबह उठकर जौ को किसी जरूरतमंद को दान कर दें। इसके अलावा राहु के बीज मंत्र ‘ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः’ का रोजाना 2 से 3 माला जाप करें।
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