img

रक्षाबंधन पर केंद्र सरकार ने जया वर्मा सिन्हा को रेलवे बोर्ड की चेयरमैन बनाया है। जया सिन्हा नए अध्यक्ष और सीईओ (रेलवे बोर्ड) के रूप में अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी और 1 सितंबर, 2023 को पदभार ग्रहण करेंगी। वह रेलवे बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष भी हैं। विजयलक्ष्मी विश्वनाथन रेलवे बोर्ड की पहली महिला सदस्य थीं। सिन्हा जो पहले रेलवे बोर्ड में सदस्य (संचालन और व्यवसाय विकास) का पद संभाल चुकी थीं, अब देश के सबसे महत्वपूर्ण परिवहन संस्थानों में से एक का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं। 

 

तीन दशक का अनुभव रखने वाली जया वर्मा सिंहा रेलवे की तेजतर्रार और काबिल आधिकारियों में हैं। जया वर्मा सिन्हा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद 1988 में भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) में शामिल हुई। जया वर्मा सिन्हा ही छवि एक तेजतर्रार रेलवे महिला ऑफिसर की है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1990 में की थी। तब उन्हे उत्तर रेलवे में कानुपर के अस्सिटेंट एरिया मैनेजर की जिम्मेदारी मिली थी। जया वर्मा सिन्हा को रेलवे के कामकाज का बड़ा लंबा अनुभव है। रेलवे में तमाम पदों पर कॉमर्शियल मैनेजर से लेकर ट्रांसपोर्टेशन और ऑपरेंशन के पदों को संभाल चुकी हैं।जया वर्मा सिन्हा बांग्लादेश में भी काम कर रही चुकी हैं। वे 2007 से लेकर 2011 तक रेलवे एडवाइजर के तौर पर बांग्लादेश के इंडिया के हाईकमीशन में रह चुकी हैं। 2011 से 2012 तक वे नार्दन रेलवे की चीफ विजिलेंस अधिकारी की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं। कई पदों पर पहुंचने वाली वे इकलौती महिला हैं।

--Advertisement--