ज्योतिष शास्त्र में नीलम रत्न को सबसे अधिक शक्तिशाली बताया गया है। ये रत्न व्यक्ति को रंक से राजा बनाने की क्षमता रखता है। यह रत्न शनिदेव को समर्पित होता है। कहते हैं कि इस रत्न को हर कोई धारण नहीं कर सकता है क्योंकि ये हर किसी को सूट नहीं करता है। शुभ होने पर जहां ये रत्न रंक से राजा बना देता है। वहीं अशुभ होने पर ये राजा को भी रंक बना सकता है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार नीलम रत्न को पहनने से पहले किसी अच्छे जानकार को कुंडली दिखा लेनी चाहिए और उसकी सलाह ले लेनी चाहिए। आइए जानते हैं नीलम रत्न के बारे में विस्तार से…
नीलम रत्न के फायदे
वहीं जिस किसी को नीलम रत्न सूट नहीं करता है उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। नीलम हर किसी के लिए शुभ फलदायी नहीं होता है। ऐसे में जिन लोगों के लिए ये शुभ नहीं होता है। उन्हें स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं झेलनी पडती हैं। धन- हानि होने की पूर्ण संभावना रहती है कोई बड़ा हादसा हो सकता है
नीलम रत्न को धारण करने से पहले रात में सोने से पहले अपने तकिये के नीचे रख लें। अगर आपको रात में कोई भी बुरा स्वप्न नहीं आता है और अच्छी गहरी नींद आती है तो इसका मतलब है ये रत्न आपके लिए शुभ फलदायी है। वहीं अगर आपको अच्छी और गहरी नींद नहीं आती है तो आपके लिए अशुभ साबित होगा। ऐसे में इस रत्न को धारण न करें। रत्न धारण करने के बाद अगर आपके साथ कोई अशुभ घटना घटित हो जाती है तो उसे तुरंत उतार देना चाहिए।