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पेड़ पर लगे हरे हरे टमाटर टोकरी में भरे जा रहे हैं। लाल टमाटर ये टमाटर किसी की जेब काट रहे हैं तो सालों बाद एक किसान को उसकी मेहनत की लागत दे रहे हैं।

तो वहीं, छत्तीसगढ़ के धमतरी में जहां हर दिन 10 लाख रपए का टमाटर बिक रहा है और इसे बेच रहे हैं अरुण कुमार साहू। खास बात तो यह है कि टमाटर की बात करते करते अरुण कुमार के चेहरे पर अचानक मुस्कान फैल जाती है, लेकिन हमेशा ऐसी हालत नहीं थी। ऐसा भी वक्त था जब मांग से ज्यादा पैदावार होने की वजह से टमाटर खेत में पड़े पड़े खराब होते रहते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है।

वर्तमान में अरुण कुमार साहू को टमाटर की फसल के बदल अच्छा मुनाफा हो रहा है। मजेदार बात ये है कि उन्हें पहले बहुत नुकसान हुआ था मगर अरूण ने ठान लिया था कि वह नौकरी नहीं करेंगे। पहले पुश्तैनी गांव में धान उगाया, फिर चने की खेती में हाथ आजमाया। लगातार हुई बारिश ने उसे भी बर्बाद कर दिया। फिर आया टमाटर की खेती का आईडिया। जिसके बाद से उनकी जिंदगी बल गई।
 

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