झारखंड प्रदेश के एकमात्र सिद्ध पीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके का दरबार आम श्रद्धालुओं के लिए खुल गया है। लेकिन अभी भी कोरोना की वजह से श्रद्धालुओं की बड़ी तादाद अभी यहां नहीं पहुंच रही है।
इसलिए जिला प्रशासन ने मंदिर के अंदर होने वाली बलि के समय में ढील दी है। शुक्रवार को डीसी संदीप सिंह ने बताया कि ऐसी संभावना थी कि मंदिर का द्वार खुलने के बाद बड़ी तादाद में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। लेकिन मंदिर खुलने के बाद यह स्पष्ट हुआ कि श्रद्धालुओं की कम संख्या ही यहां पहुंच रही है।
रजरप्पा मंदिर में वर्तमान में श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के आलोक में बलि के लिए अलग से निर्धारित समय (सुबह 5 बजे से 6 बजे, दोपहर 12 बजे से 2 बजे) सीमा में प्रयोग के तौर पर अगले कुछ दिनों के लिए ढील दिए जाने का निर्णय लिया गया है। अगले निर्णय तक दर्शन के समय ही बलि की जा सकेगी। डीसी संदीप सिंह ने कहा कि आगामी दुर्गा पूजा के समय श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर पुनः आवश्यकता अनुसार लोगों की सुरक्षा व सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बलि के लिए अलग समय निश्चित करने पर निर्णय किया जाएगा।