नई दिल्ली॥ पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) के खाताधारकों को आज राहत मिली है। रिजर्व बैंक के अधिकारियों की पीएमसी बैंक खाताधारकों के डेलिगेशन के साथ बैठक खत्म हो गई है। रिजर्व बैंक के अधिकारियों का कहना है बैंक में खाताधारकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है।
रिजर्व बैंक ने कहा है कि सभी खाताधारकों का धन सुरक्षित है। रिजर्व बैंक अधिकारियों की डेलिगेशन के साथ 19 बिंदुओ पर चर्चा हुई है। बैंक के खाताधारकों ने आरबीआई को उनके मामले का समाधान करने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय दिया है। इस संदर्भ में आरबीआई ने कहा कि वह 27 अक्टूबर को इस पर बयान जारी करेगा।
आरबीआई अधिकारियों का कहना है कि पीएमसी बैंक को रिवाइवल पैकेज देने का प्रयास किया जाएगा। खाताधारकों ने पीएमसी बैंक के जिस भी खाताधारक की मृत्यु हुई है उन सभी के परिजन को 25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है। पीएमसी बैंक के खाताधारक आज मुंबई के आजाद मैदान पर प्रदर्शन कर रहे थे। बता दें कि पीएमसी बैंक में पैसा फंसा होने की वजह से खाताधारक काफी नाराज हैं।
गौरतलब है कि बैंक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पांच खाताधारकों की मौत हो चुकी हैं। पिछले दिनों मुरलीधर आसनदास धारा नाम के शख्स की मौत हो गई। पैसे नहीं होने की वजह से बुजुर्ग आसनदास का इलाज नहीं हो पाया और उनकी मौत हो गई। इससे पहले इसी बैंक के दो और खाताधारकों संजय गुलाटी तथा फत्तेमल पंजाबी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो चुकी है, जो बैंक में जमा अपने पैसों को लेकर बेहद चिंतित थे।
संजय ने भी पीएमसी में 90 लाख रुपए जमा कर रखे थे, घोटाले के बाद वह बेहद चिंतित हो गए थे। संजय के बाद मुंबई के मुलुंद इलाके के रहने वाले फत्तेमल पंजाबी की बीते मंगलवार को मौत हो गई। तीसरी मौत 39 साल की एक डॉक्टर की हुई है, जो डिप्रेशन से जूझ रही थी और उन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इस महिला का अकाउंट पीएमसी में था।