अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं को भी मोदी और योगी करें याद

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शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश लेकर दिल्ली तक भारतीय जनता पार्टी के नेता अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन को लेकर बहुत ही उत्साहित नजर आ रहें हैं । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो शनिवार को अयोध्या पहुंचकर पूरी व्यवस्था का जायजा लिया । उसके बाद सीएम योगी ने कहा कि भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या पहुंचेंगे।

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हम आपको बता दें अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ आदि को श्रेय दिया जा रहा है। लेकिन इन तीनों को यह भी याद रखा होगा कि भारतीय जनता पार्टी के पुराने नेताओं ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए त्याग, बलिदान, संघर्ष और पुलिस की लाठियां भी खाई हैं। वर्ष 1980 में जब भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ था तो उसके मुख्य एजेंडे में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शामिल था।

लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, विनय कटियार, दिवंगत अशोक सिंघल साध्वी ऋतंभरा, प्रवीण तोगड़िया यह ऐसे नेता रहे जो कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए अगुवाई करते रहे हैं । इन्हीं की बदौलत हिंदुओं ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का सपना देखना शुरू किया था । खासकर लालकृष्ण आडवाणी ने तो राम मंदिर आंदोलन के दौरान रथ यात्रा भी निकाली थी ।

आडवाणी, जोशी कल्याण सिंह, उमा भारती आदि ऐसे नेता हैं जो कि आज भी अयोध्या में बाबरी विध्वंस के मामले में आरोपित हैं और सीबीआई की अदालत में बयान दर्ज करा रहे हैं । दूसरी ओर इन्हीं नेताओं के अयोध्या में राम मंदिर एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए पार्टी आज देश में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई है । इसके बावजूद आज भाजपा के नेताओं ने इन सभी को दरकिनार कर रखा है ।

आडवाणी और जोशी से अयोध्या में कराना चाहिए भूमि पूजन–

श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण की घड़ी आ गई है । बरसों तक तिरपाल में वनवास काटने वाले रघुनंदन अपने सिंहासन पर विराजने वाले हैं । देश की सियासत में सिरे से लिपटे अयोध्या केस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भगवान राम को तिरपाल से हटाकर लकड़ी के अस्थाई मंदिर में पहले ही पहुंचाया जा चुका है । 5 अगस्त को होने वाले हैं राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के लिए कई भाजपा नेताओं ने अपनी-अपनी तैयारियां कर रखी हैं ।

पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चाहिए कि लालकृष्ण अडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के साथ कल्याण सिंह उमा भारती आदि से मंदिर निर्माण केे लिए भूमि पूजन कराएं । इस बीच सबके मन में सवाल उठ रहा था कि क्या राम मंदिर आंदोलन के अगुवा रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम ने शिरकत करेंगे? वैसे जानकारी यह भी आ रही है कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भूमि पूजन के दौरान मौजूद रह सकते हैं । अगर ऐसा होता है तो इन नेताओं का यह सच्चा सम्मान होगा ।

अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर भाजपा भव्य रूप देने में जुटी—

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले कई दिनों से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को भव्य रूप देने में जुटे हुए हैं । यही नहीं भाजपा ने 3 अगस्त से लेकर 5 तक दीपोत्सव कार्यक्रम चलाने का भी एलान किया है । श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने कहा कि शिलान्यास समारोह में 200 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे । इस समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे । अलग-अलग राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जाएगा । इस शिलान्यास समारोह का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा । अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठानों के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं ।

दूसरी ओर राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन के मुहूर्त की तारीख को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं । ज्योतिषपीठ और शारदा पीठ के जगद्गुरू शंकराचार्य सरस्वती ने इस घड़ी को अशुभ घोषित कर दिया है । उनका कहना है कि 5 अगस्त को दक्षिणायन भाद्रपद का महीना है और कृष्ण पक्ष है, जबकि भाद्रपद में घर या मंदिर का काम नहीं शुरू करने की हिदायत दी गई है ।

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