पूरे विश्व में पोर्न को लेकर अलग तरीके की बहस छिड़ी हुई है, जहाँ एक तबका पोर्न को सही बताता है वहीँ दूसरा इसको हिंसा या उन्माद का तरीका बता कर बंद कराने की मांग करता है. आंकड़े भी इसी तरफ इशारा करते है कि पोर्न की वजह से यौन शोषण की वारदात बढ़ी गई है. हालांकि ये अलग मुद्दे का विषय हो सकता है. लेकिन हाल में एक स्टडी भारतीयों की गन्दी हरकत की उजागर कर रही है.
बता दें कि फेसबुक और व्हॉट्सएप जैसे सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म आने के बाद भारत में रिवेंज पॉर्नोग्राफी के मामले काफी बढ़े हैं. भारत में आए दिन महिलाएं इसका शिकार हो रही हैं. ‘इंडिया टुडे सेक्स सर्वे 2019’ में रिवेंज पोर्नोग्राफी के कारणों और इसके परिणामों को समझने का प्रयास किया गया. आइए जानते हैं आखिर रिवेंज पोर्नोग्राफी होती क्या है और भारत में इसके तेजी से बढ़ने की क्या वजह है.
फिजिकल रिलेशनशिप या बेडरूम सीक्रेट्स स्मार्ट गैजेट में सहेजकर रखने की तलब लोगों में काफी बढ़ गई है. शायद आपको अंदाजा नहीं कि भारत में रिवेंज पोर्नोगाफी की सबसे बड़ी वजह यही है.
बदले की भावना से अपने ही पार्टनर के प्राइवेट फोटोज या वीडियो लीक करने की बात कहकर उसे ब्लैकमेल करना रिवेंज पॉर्नोग्राफी के दायरे में आता है. भारत में रिवेंज पॉर्नोग्राफी के अलावा सेक्सटॉर्शन और साइबर स्टॉकिंग के भी मामले देखने को मिलते हैं.
रिवेंज पॉर्नोग्राफी में इंसान अपना मानसिक संतुलन इतना ज्यादा खो बैठता है कि उसे किसी की हत्या करना या चेहरे पर एसिड फेंकना भी कोई घिनौना अपराध नहीं लगता. स्मार्ट गैजेट और सोशल नेटवर्किंग साइट के तेजी से हुए विकास ने इसे काफी बढ़ावा दिया है.
साल 2014 एनसीआरबी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार यहां अश्लील कंटेंट का सर्कुलेशन 104.2% बढ़ा है. भारत में साइबर क्राइम में 63.7% की भी बढ़ोत्तरी हुई है.
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि रिवेंज पॉर्न में 90 फीसद पीड़ित महिलाएं ही होती हैं. रिवेंज पॉर्न के ज्यादातर मामले पैसों की उगाही और जबरन शारीरिक संबंध बनाने से जुड़े होते हैं.
सेक्स सर्वे में जवाब देने वाले करीब 89 फीसद लोगों ने कहा कि सेक्स के दौरान वे पार्टनर की तस्वीरें लेने या फिल्म बनाने के बिल्कुल खिलाफ हैं. तो क्या अब ये मान लें कि देश में रिवेंज पोर्नोग्राफी के लिए सिर्फ 11 फीसद लोग ही जिम्मेदार है.
बेडरूम सीक्रेट्स को स्मार्टफोन पर सहेजने वालों में पटना और बेंगलुरू के लोग सबसे आगे नजर आए. पटना में 21.5% लोग सेक्स के दौरान पार्टनर की फिल्म बनाने या तस्वीरें लेने के पक्ष में थे.
बेंगलुरू के लोग तो इस मामले में पटना से भी आगे निकले. बेंगलुरू के करीब 26.6% लोग सेक्स के दौरान पार्टनर की फिल्म बनाने की बात से सहमत नजर आए.
सेक्स रिवेंज या सेक्सटॉर्शन के लिए एक और चीज सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. दरअसल, रिवेंज पॉर्नोग्राफी से जुड़े संगीन अपराधों को पढ़ने या देखने के बाद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं.
आज भी लोग अपने स्मार्ट गैजेट को सिर्फ रीस्टोर कर बड़ी लापरवाही से किसी को भी सौंप देते हैं. शायद वे इस बात से अंजान हैं कि उनका कंटेंट सिर्फ डिवाइस पर नहीं रहता, बल्कि ऑटो सिंक होने के बाद वो वेब तक अपनी पहुंच बना लेता है.