हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के कार्यों की समीक्षा

img

अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग डा0 नवनीत सहगल ने निर्देश दिए कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ हथकरघा बुनकरों को प्राथमिकता से उपलब्ध कराया जाय। प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना हेतु निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष सवा गुनां ऋण आवेदन पत्र बैंकों के भेजे जायं। बैंक से समन्वय स्थापित करके समयबद्ध तरीके से आवेदन-पत्रों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाय।

handloom

अपर मुख्य सचिव आज लोक भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में वर्चुअल माध्यम से हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर योजना के तहत 5000 बुनकरों को इस योजना का लाभ दिये जाने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य की प्राप्ति समय से हर-हाल में सुनिश्चित होनी चाहिए।

उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बैंक में लम्बित पुराने आवेदन पत्रों का नवीनीकरण कराकर बुनकरों को ऋण उपलब्ध कराया जाय। इस कार्य की हर तीसरे सप्ताह समीक्षा होगी और लापरवाही मिलने पर संबंधित जिले के अधिकारी को निलंबित करने जैसी कठोर कार्रवाई भी की जायेगी।

डा0 सहगल ने बताया कि प्रधानमंत्री हथकरघा बुनकर मुद्रा योजना भारत सरकार की योजना है। इसके तहत 06 प्रतिशत ब्याज दर पर व्यक्तिगत बुनकर, मास्टर बुनकर तथा हथकरघा उद्यमी को

Dr. Sehgal told that the Prime Minister's Handloom Weavers Mudra Yojana is a scheme of the Government of India.

इसके अलावा प्रोजेक्ट कास्ट का 20 प्रतिशत किन्तु अधिकतम 10 हजार रुपये मार्जिन मनी देने का भी प्राविधान भी है।

Related News