Russia Ukraine War: ड्रैगन ने आज यूक्रेन में रूसी “हमले” पर कहा कि वह दोनों देशों के साथ बातचीत के माध्यम से इस मसले को हल करने के लिए अपने रुख पर कायम है। हालांकि, चीन ने पूर्वी यूरोपीय मुल्क यूक्रेन पर रूस के हमलों को “आक्रामकता” कहने से मना कर दिया। इतना ही नहीं, बल्कि चीन ने विवाद को और तूल देने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों की तीखी आलोचना की। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या चीन युद्ध को बढ़ावा दे रहा है?
रूस के करीबी सहयोगी ड्रैगन ने यूक्रेन टकराव (Russia Ukraine War) में शामिल सभी देशों से संयम बरतने और कोई भी कदम उठाने से परहेज करने का आह्वान किया जिससे विवाद और बढ़ सकता है।
ड्रैगन ने इस सवाल से अपना किनारा कस लिया और कहा कि क्या आज सवेरे यूक्रेन पर रूसी सेना का हमला (Russia Ukraine War) एक आक्रमण था। इसके उत्तर में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि इस विवाद की जड़ें ऐतिहासिक व मौजूदा हालात से जुड़ी हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन यूक्रेन में उभरती स्थिति पर ध्यान दिये हुए है। सभी मुल्कों की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा पर चीन का रूख लगातार एक-सा रहा है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मकसद एवं सिद्धांतों को संयुक्त रूप से अक्षुण्ण रखा जाना चाहिए। (Russia Ukraine War)
उन्होंने कहा कि हमारा कहना है कि यूक्रेन के विवाद (Russia Ukraine War) की जड़ें ऐतिहासिक एवं मौजूदा कारकों में समायी हुई हैं। उन कारकों की परस्पर क्रिया से स्थिति यहां तक पहुंची है। मौजूदा विवादों में सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए और कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे और विवाद बढ़े। तो वहीं चीन को अमेरिका पर जुबानी तंज कसने का मौका मिल गया है।
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