Boris Johnson के लिए गुजरात में तैयार था रूसी हेलीकॉप्टर, लेकिन फिर क्यों बदलना पड़ा विमान

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गांधीनगर, 22 अप्रैल। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की दो दिवसीय भारत यात्रा पर उस समय रूस-यूक्रेन युद्ध का असर देखने को मिला जब उन्होंने गुजरात में घूमने के लिए रूसी निर्मित हेलीकॉप्टर से इनकार कर दिया। भारत दौरे पर आए बोरिस जॉनसन ने सीधे गुजरात में लैंड किया। लेकिन बोरिस जॉनसन के आने से तीन दिन पहले एक ब्रिटिश संपर्क टीम भारत आई थी। इस टीम ने भारत सरकार से रूसी निर्मित एमआई-17 हेलीकॉप्टर को अमेरिकी चिनूक के साथ रिप्लेस करने का अनुरोध किया था।

Boris Johnson in Chinook

वरिष्ठ प्रोटोकॉल अधिकारियों ने बताया कि ब्रिटिश टीम ने भारत से अनुरोध किया था कि जब बोरिस (Boris Johnson) गांधीनगर और वडोदरा के पास हलोल स्थित ब्रिटेन की कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर कंपनी जेसीबी के प्लांट जाएं तो रूस में निर्मित एमआई-17 हेलीकॉप्टर की जगह अमेरिकी चिनूक का इस्तेमाल किया जाए। भारत सरकार ने उनके इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया।

अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने 30-सीटर चिनूक को चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना के बेस से मंगाया और सचिवालय हेलीपैड से हलोल तक 20 मिनट की राइड के लिए बोरिस (Boris Johnson) को ले जाने और लाने के लिए इस्तेमाल किया। उन्होंने बताया कि चिनूक बुधवार को छह घंटे की उड़ान के बाद राज्य की राजधानी पहुंचा।

आपको बता दें की यह स्पष्ट नहीं है कि हेलिकॉप्टर बदलने का अनुरोध सुरक्षा कारणों से किया गया था या रूस के बहिष्कार को देखते किया गया था। दरअसल यूक्रेन पर रूस के अटैक के बाद से अमेरिका के नेतृत्व वाले सभी पश्चिमी देश रूसी चीजों का बहिष्कार कर रहे हैं।

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