दिल की बीमारी से पीड़ित सत्यम को मिला जीवनदान

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महराजगंज ॥ दिल की बीमारी से पीड़ित सत्यम गोस्वामी(8) को चिकित्सकों के प्रयास से जीवनदान मिल गया। सत्यम के पिता उमाशंकर गोस्वामी सहित परिजन बहुत खुश है कि स्वास्थ्य विभाग ने उसके पुत्र को नयी जिंदगी दे दी है। बच्चे की बीमारी को चिन्हित किया था राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ( आरबीएसके) की टीम ने। अलीगढ़ मेडिकल कालेज में सत्यम के हर्ट की सफल सर्जरी हुई है।

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बृजमनगंज ब्लाॅक के ग्राम पंचायत गुलरिया निवासी सत्यम गोस्वामी ( 8) को नयी जिंदगी मिली है, वह प्राथमिक विद्यालय गुलरिहा में कक्षा तीन का छात्र है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बृजमनगंज से जुड़े राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की बी टीम के डाॅ. मंजय शर्मा, एएनएम पूनम तथा जितेन्द्र कुमार की टीम ने 22 मार्च 2021 को विद्यालय जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान सत्यम को दिल की बीमारी से ग्रसित चिन्हित किया। लाकडाउन की वजह से उसे उस समय रेफर नहीं किया जा सका था।

योजना के डीईआईसी मैनेजर डाॅ.कमरूज्जमा लारी तथा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपदीय सलाहकार शिवेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव ने बताया कि स्थिति सामान्य होने पर सत्यम को 27 अगस्त 2021 को इलाज के लिए अलीगढ़ मेडिकल कालेज रेफर किया। परिजनों ने सत्यम को अलीगढ़ मेडिकल कालेज ले जाकर चिकित्सकों को दिखाया। वहां के चिकित्सकों ने आपरेशन के लिए समय दिया।

25 नवम्बर 2021 को अलीगढ़ कार्डियोलाजिस्ट सेंटर में चिकित्सकों के प्रयास से निःशुल्क और सफल आपरेशन हुआ। डीईआईसी मैनेजर ने बताया कि यदि परिजन यही आपरेशन अपने स्तर से किसी निजी अस्पताल में कराते तो पांच से छह लाख रूपये खर्च करने पड़ते।

सत्यम के पिता उमाशंकर गोस्वामी ने बताया कि आरबीएसके टीम के डाॅ.मंजय शर्मा व डीईआईसी मैनेजर कमरुज्जमा लारी सहित जिले के अन्य उच्चाधिकारियों के प्रयास और सहयोग से बेटे सत्यम को नयी जिंदगी मिल सकी। वह भी निःशुल्क सेवा से। चिकित्सकों और महराजगंज के स्वास्थ्य अधिकारियों को दिल से धन्यवाद देते हैं।

दिल की बीमारी से पीड़ित तीन और किए गए रेफर

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम( आरबीएसके) के डीईआईसी मैनेजर तथा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम ( आरकेएसके) के जिला सलाहकार शिवेन्द्र प्रताप श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के दिल की बीमारी से पीड़ित तीन अन्य बच्चों को भी इलाज के लिए अलीगढ़ मेडिकल कालेज रेफर किया गया।

डाॅ.मोहम्मद लारी एवं जिला सलाहकार श्री श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से बताया कि रेफर किए गए तीनों बच्चों में राज(10 साल) मसीरा खातून ( 3 साल) तथा सैयद हामीद ( एक माह) शामिल हैं।

घुघली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बिरैचा में कक्षा चार में पढ़ने वाले राज पुत्र नागेश्वर को घुघली की आरबीएसके बी टीम में शामिल डाॅ.मनोज, डाॅ.वाईएन मधुकर तथा एएनएम बीना यादव की टीम ने 10 अप्रैल 2021 को चिन्हित किया था।

नौतनवा ब्लाॅक के मीनी आंगनबाड़ी केन्द्र पोखरभिंडा पर पंजीकृत ग्राम पंचायत पोखरभिंडा की मसीरा खातून ( 3) को आरबीएसके टीम के डाॅ.संदीप सिंह, डाॅ. विश्वजीत राय, नेत्र सहायक संदीप व एएनएम सुनीता की टीम ने 12 मार्च 2021को चिन्हित किया था।

इसी प्रकार सैयद हामीद ( एक माह) को डाॅ. प्रीति श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, एएनएम दुर्गावती की टीम ने नौ सितंबर 2021 को दिल के रोगी के रूप में चिन्हित किया था। डीईआईसी मैनेजर ने बताया कि राज और मसीरा खातून को बीते 27 अगस्त 2021 को तथा सैयद को बीते नौ सितंबर 2021 को इलाज के लिए अलीगढ़ मेडिकल कालेज रेफर किया गया है।

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