नई दिल्ली॥ मोदी सरकार जल्द ही हिंदुस्तान-पाकिस्तान सहित बांग्लादेश सरहदों पर मौजूद बाड़ (फेंसिंग) को बदलने जा रही है। इसके बदले अब अधिक प्रभावी एंटी-कट फेंसिंग का इस्तेमाल किया जाएगा। BSF सूत्रों ने बताया कि कई खंड़ों (Patches) को बदला जा चुका है और अब केवल एंटी-कट फेंसिंग ही यहां लगाई जाएंगी।
सूत्रों के अनुसार, 7.18 किलोमीटर की फेंसिंग लगा दी गई है, जिसके दाम 14,30,44,000 है। इसका मतलब एक किलोमीटर फेंसिंग की कीमत लगभग 1.99 करोड़ है। BSF के अनुसार, सरकार पाकिस्तान और बांग्लादेश सरहदों पर मौजूद फेंसिंग को अधिक प्रभावशाली फेंसिंग में तब्दील करने का काम कर रही है। अब यहां केवल एंटी-कट फेंसिंग का इस्तेमाल किया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सिलचार सेक्टर के लाठी*टीला में नई फेंसिंग लगाई गई हैं जबकि कुछ खंड़ों में इसका काम अभी चल रहा है। सूत्रों का दावा है कि सीमाओं पर मौजूद कुछ खंड़ों में जो फेंसिंग लगी हैं वो इतनी पुरानी हैं कि उनके जरिए हिंदुस्तानी सरहद में घुसना बहुत आसान है।
वर्तमान में जहां पर कमजोर फेंसिंग लगी हैं वहीं अहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। बीते वर्ष केंद्र सरकार ने दो पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत लगभग 71 किलोमीटर की दूरी कवर की है, जिसमें 10 किलोमीटर क्षेत्र हिंदुस्तान-पाकिस्तान सरहद और 61 किलोमीटर क्षेत्र हिंदुस्तान-बांग्लादेश सरहद का कवर किया गया है।
अब मोदी सरकार स्टेज-2 और स्टेज-3 के अंतर्गत कुल 1955 किलोमीटर की दूरी एंटी-कट फेंसिंग के जरिए कवर करने की तैयारी में है। व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली परियोजना में सरहद पार अपराधों का पता लगाने और नियंत्रित करने, अवैध घुसपैठ, तस्करी के सामानों की तस्करी, मानव तस्करी और सरहद पार आतंकवाद जैसे BSF की क्षमता में बहुत सुधार होगा।