नई दिल्ली ॥ भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की वजह को लेकर बड़ा खुलासा किया। इस खुलासे में वीरेंद्र सहवाग ने जो कहा, वह वाकई हैरान कर देने वाला था। उन्होंने अपने संन्यास के लिए धोनी नही बल्कि किसी अन्य शख्स को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
सहवाग ने कहा कि काश! उनके वक्तय में चयनकर्ता उनसे भी अपनी रणनीति साझा करते और उनसे उनकी राय भी पूछते। यहाँ बता दें कि सहवाग को साल 2013 में टीम इंडिया से बाहर किया गया था और तब पाटिल चयनकर्ता अध्यक्ष थे। यही नही, सहवाग ए साथ कृत्य के लिए पाटिल ने एक बार राष्ट्रीय टेलीविजन पर सहवाग से माफी भी मांगी थी।
पाटिल ने कहा- ‘सचिन तेंदुलकर से उनके भविष्य पर बात करने की ज़िम्मेदारी मुझे और राजिंदर सिंह हंस को सौंपी गयी थी और सहवाग से बात करने की जिम्मेदारी विक्रम राठौर को दी गयी थी। हमने विक्रम से पूछा, तो उन्होंने कहा कि उनकी सहवाग से बात हो गयी, लेकिन अगर सहवाग कह रहे हैं, तो मैं इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेता हूँ।’
पाटिल की इस सफाई के बाद भी वीरू ने उनकी इस माफी का करारा जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने यह बताया कि टीम चयन के बाद किसी खिलाड़ी से पूछने या बताने से कोई फायदा नहीं है। विक्रम ने मुझसे बात जरूर की थी, लेकिन तब जब मैं टीम से बाहर हो चुका था। टीम से हटाये जाने से पहले अगर वो मुझसे बात करते तो इसका मतलब होता। खिलाड़ी को बाहर करने के बाद उससे बात करने का कोई औचित्य नहीं हैं।