वर्ल्डकप में हारते हारते बची थी भारतीय टीम, मोहम्‍मद शमी ने ये कारनामा कर दिलाई यादगार जीत

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नई दिल्ली॥ इंडिया टीम के दिग्गज गेंदबाज मोहम्मद शमी के लिए आज का दिन काफी यादगार है। शमी ने दो साल पहले आज ही के दिन 22 जून को 2019 विश्व कप में अफगानिस्तान के विरूद्ध हैट्रिक लेकर हार के मुहाने पर खड़ी भारतीय टीम को जीत दिलाई थी।

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इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। टीम इंडिया 8 विकेट खोकर सिर्फ 224 रन ही बना सकी। इसमें सबसे अधिक 67 रन कप्‍तान विराट कोहली ने ही बनाए। उन्‍होंने 63 गेंदों पर 5 चौके लगाए।

उनके अलावा केदार जाधव भी अर्धशतक लगाने में सफल रहे। जाधव ने 68 गेंदों की पारी में 3 चौके और एक छक्‍का जड़ा। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने 53 गेंदों पर 30 रन बनाए तो महेंद्र सिंह धोनी ने 52 गेंदों पर 28 रन की धीमी पारी खेली। विजय शंकर के बल्‍ले से 41 गेंदों पर 29 रन निकले। अफगानिस्‍तान के लिए मोहम्‍मद नबी और गुलबदीन नईब ने दो-दो विकेट लिए तो राशिद खान को 10 ओवर में 38 रन खर्च कर एक विकेट लिया।

225 रनों के लक्ष्‍य का पीछा करने उतरे अफगान बल्‍लेबाजों ने छोटा-छोटा योगदान देकर टीम को लक्ष्‍य के करीब पहुंचाया। इनमें मोहम्‍मद नबी ने 55 गेंदों पर 52 रन की पारी खेली तो रहमत शाह ने 63 गेंदें खेलकर 36 रन बनाने में सफलता हासिल की।

कप्‍तान गुलबदीन नईब ने 27 रन ठोके। हशमतुल्‍लाह शाहिदी ने 45 गेंद पर 21 रन बनाए तो नजीबुल्‍लाह जादरान ने भी 23 गेंद पर 21 रन ही बनाए। आखिरी तीन ओवर में अफगानिस्‍तान को 24 रन की जरूरत थी और उसके तीन विकेट शेष थे, तब मोहम्‍मद नबी 43 रन बनाकर खेल रहे थे। 48वें ओवर में मोहम्‍मद शमी ने सिर्फ तीन ही रन दिए और अब अफगानिस्‍तान के सामने दो ओवर यानी 12 गेंदों में 21 रन बनाने की चुनौती थी। 49वें ओवर में गेंद जसप्रीत बुमराह के हाथ में थी। बुमराह ने इस ओवर में पांच रन दिए और आखिरी ओवर में शमी के लिए बचाव के लिए 16 रन छोड़े।

लॉस्ट ओवर की पहली गेंद पर मोहम्‍मद नबी ने चौका जड़ दिया। हालांकि दूसरी गेंद पर नबी कोई रन नहीं बना सके। मिडविकेट की ओर शॉट खेला जरूर किंतु सिंगल नहीं लिया। शमी ने तीसरी गेंद पर नबी को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच करा दिया। इसके बाद बैटिंग के लिए आए आफताब आलम को शमी ने पहली ही गेंद पर बोल्‍ड आउट कर दिया।

तीसरी गेंद शमी ने यॉर्कर फेंकी और मुजीब उर रहमान के स्‍टंप को बिखेर दिया। इसके साथ शमी ने टीम इंडिया को 11 रन से जीत दिलाई और हैट्रिक लेकर इतिहास भी रचा। 1987 में चेतन शर्मा के बाद से विश्व कप में हैट्रिक लेने वाले वो 32 साल में पहले भारतीय बने।

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