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share market: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने कई खाने के शौकीनों को होम डिलीवरी की सेवा प्रदान की है। पहले बाहर खाना खाने जाना अपनी जान जोखिम में डालने जैसा होता था। तैयार हो जाइए कार से बाहर निकलिए फिर ट्रैफिक जाम से अपना रास्ता निकालिए। इसके बाद होटल में चेक-इन के लिए दोबारा प्रतीक्षा करें। हालाँकि, ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ने इस सारी परेशानी को ख़त्म कर दिया है।

अब यदि आपको आधी रात को भूख भी लगे तो आप अपने घर पर भोजन मंगवा सकते हैं। इस बीच, कंपनी को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारी घाटा हुआ है। ऐसे में क्या लोगों ने ज़ोमैटो से ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना बंद कर दिया है? सवाल उठ रहा है कि कंपनी का घाटा क्यों बढ़ रहा है?

जोमैटो का प्रदर्शन कैसा रहा

जोमैटो ने अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा कर दी है। तीसरी तिमाही में ज़ोमैटो का राजस्व 64% बढ़ा। वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में जोमैटो को 59 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। वार्षिक आधार पर इसमें 57% की कमी आई है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी ने 138 करोड़ रुपये का समेकित लाभ अर्जित किया था। इससे पहले वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही में जोमैटो को 3,288 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।

यदि तिमाही-दर-तिमाही नतीजों पर नजर डालें तो कंपनी ने दूसरी तिमाही की तुलना में तीसरी तिमाही में 66.47% कम लाभ कमाया। जुलाई-सितंबर 2024 में कंपनी को 176 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।

शेयरों पर नतीजों का असर

कंपनी के तिमाही नतीजों के बाद निवेशक परेशान थे। क्योंकि तिमाही परिणाम घोषित होने के बाद कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। आज यानी मंगलवार को भी शेयर में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। इस गिरावट के चलते कंपनी का मार्केट कैप भी 1.96 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

नुकसान क्यों हुआ?

इसका कारण कंपनी के बढ़ते खर्च को बताया जा रहा है, जो आय की तुलना में तेजी से बढ़ा है। जोमैटो की क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट ने तीसरी तिमाही में 103 करोड़ रुपये का भारी घाटा दर्ज किया है। कंपनी का राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 117% और जुलाई-सितंबर तिमाही की तुलना में 21% बढ़ा है।

कंपनी का नया टारेगट क्या

ज़ोमैटो की साझेदार कंपनी ब्लिंकिट के अनुसार, उनका लक्ष्य 2025 के अंत तक 2000 स्टोर तक पहुंचना है। ब्लिंकिट ने इस तिमाही में 1,000 स्टोर का आंकड़ा पार कर लिया।

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