उत्तर प्रदेश ।। यूपी में सत्ता पर विराजमान BJP ने प्रदेश में क्षेत्रीय दलों के प्रभाव को कम करने में जुटी है। जिसमें उसके प्रमुख निशाने पर मुलायम सिंह यादव और उनके भाई शिवपाल सिंह यादव है। जिनके प्रभाव को कम करने या पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास BJP ने एक मास्टर प्लान बनाया है।
दरअसल यूपी की सत्ता हासिल करने वाली BJP की नजर प्रदेश की 7500 सहकारी समितियों पर हैंं। BJP चाहती है कि इन सब समितियों से सपा और शिवपाल की पार्टी के लोग हटाये जाएगें और उसके कार्यकर्ताओं का इस पर कब्जा हो जायेगा। इसे मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के प्रभाव को कम करने के लिहाज से देखा जा रहा हैं।
गौरतलब है कि शुरूवाती दिनों में सहकारिता विभाग को कुछ खास तवज्जो नहीं दिया जाता है। लेकिन साल 1977 में मुलायम सिंह यादव के पहली बार सहकारिता मंत्री बनने के बाद उनने इसे ही सबकुछ बना लिया है। मुलायम के बाद शिवपाल सिंह यादव ने इसकी बागडोर को अपने हाथों में ले लिया था। इसीलिए अधिकतर सहकारिता क्षेत्रों में सपा के सदस्यों की ही मौजूदगी में है।
वहीं अब BJP की नजर जल्द ही पशुपालन, दुग्ध विकास और हथकरघा जैसे अन्य समितियों के होने वाले चुनाव पर है। जिसके लिए BJP ने अपने प्लान को तैयार कर लिया है और उनका निशाना शिवपाल के प्रभाव वाले क्षेत्र में है।