उत्तर प्रदेश ।। लोकसभा इलेक्शन में मिली हार के बाद से ही सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी से अलग हो चुके शिवपाल सिंह यादव को फिर से एक साथ लाने की कवायद में जुटे थे। सपा संस्थापक नेताजी के इन अरमानों पर शिवपाल ने पूरी तरह से पानी फेर दिया है।
शिवपाल यादव ने शुक्रवार (14 जून) अपनी ‘घर वापसी’ की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी (प्रसपा) का किसी भी राजनीतिक दल में विलय की कोई संभावना नहीं है और हमने तय किया है कि मिशन-2022 में होने वाले विधानसभा इलेक्शन जोरदार तरीके से लड़ेंगे।
प्रसपा अध्यक्ष ने कहा कि हमने लोकसभा इलेक्शन लड़ने वाले प्रत्याशियों के साथ 4 दिवसीय समीक्षा बैठक की थी। इसके बाद हमने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा इलेक्शन में हमारी पार्टी पूरी ताकत के साथ इलेक्शन लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम इलेक्शन से पहले संगठन को मजबूत करना चाहते हैं ताकि हम अपने दम पर सरकार बना सकें। ऐसे में किसी भी राजनीतिक दल में हमारी पार्टी के विलय की कोई संभावना नहीं है।