उत्तर प्रदेश ।। बीते कल प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने फिर साफ किया कि अफवाहों पर ध्यान न दें, प्रसपा का न तो किसी से गठबंधन होने जा रहा है और न किसी पार्टी में विलय। उन्होंने कहा कि वह सपा संरक्षक की राह पर समाजवादी धारा की राजनीति को ताकतवर बनाने का संकल्प लेकर कार्य करेंगे।
खबर के अनुसार, मीटिंग में शिवपाल यादव ने सभी का उत्साह बढ़ाया कि लोकसभा इलेक्शन के परिणामों से हताश होने की आवश्यकता नहीं है। राजनीति में जितनी बड़ी हार होती है आगे उतनी बड़ी जीत भी मिलती है। उत्साह की बात है कि प्रसपा उम्मीदवार 11 राज्यों में इलेक्शन लड़े और वहां सपोर्ट मिला। उनका टारगेट 2022 का विधानसभा इलेक्शन है।
प्रसपा मुखिया ने कहा कि उनकी लड़ाई डॉ. राममनोहर लोहिया, चौधरी चरण सिंह और नेताजी मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत बचाने की है। शिवपाल सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच जाकर समझाना चाहिए कि समाजवाद ही असली राष्ट्रवाद है।