जल्दी ही देश में बच्चों के लिए कोविड-19 टीका उपलब्ध हो जाएगा। इसके बावजूद कई पैरेंट्स ऐसे हैं जो अभी भी अपने जिगर के टुकड़ों को कोविड-19 वैक्सीन लगवाने को लेकर परेशानी में हैं।
कई मां-बाप सोच रहे हैं कि इंजेक्शन लगवाने से पहले इंतजार कर लेना चाहिए। कई पैरेंट्स बच्चों की कोविड-19 टीके से जुड़े कम रिसर्च डेटा उपलब्ध होने की बात कह रहे हैं। एक न्यूज चैनल ने इस बारे में कई पैरेंट्स से बात की। जानते हैं बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर क्या है मां-बाप की राय।
अगस्त-2021 में, भारतीय दवा नियामक ने 12 वर्ष से ज्यादा उम्र के बच्चों के लिए Zydus Cadila की वैक्सीन जायकोव-डी के इमरजेंसी उपयोग को मंजूरी दी थी। हालांकि, ये अभी तक ये हमारे टीकाकरण प्रोग्राम का हिस्सा नहीं बना है। दूसरी ओर अमेरिका में, फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 5-11 साल के आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीके को मंजूरी दी है।
पेशे से वकील और पहली कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची की मम्मी तान्या ने बताया कि कई चिकित्सकों ने कहा है कि बड़े लोगों के विपरीत, छोटे बच्चों में गंभीर कोविड-19 का खतरा कम होता है। तान्या ने कहा कि मासूमों में वायरस का प्रोफाइल, छोटे ट्रायल साइज और लॉन्ग टर्म सेफ्टी की कमी को देखते हुए बच्चों को लिए कोविड-19 टीका लगवाने के लिए हां कहना अभी मुश्किल है।