जगदलपुर। कोरोना संक्रमण से प्रभावित बस्तर गोंचा महापर्व 2020 में आज श्रीगोंचा रथ यात्रा के लिए तीन रथों के संचालन के स्थान पर सिर्फ एक रथ की परिक्रमा की अनुमति, रथ परिक्रमा स्थल के संपूर्ण लॉक डाउन के साथ सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन का पालन करते हुए, जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुसार संपन्न किया गया।
360 घर आरण्यक ब्राह्मण समाज बस्तर गोंचा महापर्व के संयोजक ईश्वर नाथ खंबारी ने कोरोना संक्रमण से प्रभावित बस्तर गोंचा महापर्व के लिए प्रशासन के साथ लगातार बैठकों के बाद सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन एवं प्रशासन के दिशा निर्देशों के अनुसार, तीन रथ के स्थान पर एक रथ की परिक्रमा का मार्ग प्रशस्त होने के साथ ही ,बस्तर गोंचा महापर्व के रियासत कालीन 612 वर्षों के परंपरा को अक्षुण बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन को साधूवाद दिया है।
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भगवान जगन्नाथ के श्रीमंदिर से रथारूढ़ होकर विश्व भ्रमण में निकलने के पूजा विधान को श्रीगोन्चा पूजा विधान कहते है। भगवान जगन्नाथ रथारूढ़ होकर विश्व भ्रमण करते हुए अपने मौसी के घर जनकपुरी गुंडिचा मंदिर पहुंचते है। जनकपुरी-गुंडिचा मंदिर, सीरासार भवन जहां भगवान जगन्नाथ के दर्शन 09 दिनों तक अनवरत होगें।