मध्य प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश के आसार, मौसम विभाग ने किया अलर्ट

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नई दिल्ली॥ मध्य प्रदेश में सितम्बर के महीने में लोगों को मई-जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। लोग झुलसा देने वाली गर्मी से बेहाल हैं। प्रदेश भर में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ने के साथ ही अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस बीच मौसम विभाग ने प्रदेश में मानसून की वापसी के संकेत दिए हैं। इस सप्ताह प्रदेश में कुछ स्थानों पर अच्छी बरसात की उम्मीद जताई है। उत्तर प्रदेश से दक्षिण-पश्चिम मप्र तक एक द्रोणिका (ट्रफ) बनी हुई है। इसके प्रभाव से कहीं-कहीं बरसात हो रही है।

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मौसम विभाग ने 10 सितम्बर तक बंगाल की खाड़ी में आंध्रा तट और उड़ीसा तट के बीच एक ऊपरी हवा का चक्रवात बनने की संभावना जताई है। इसके चलते प्रदेश में भी झमाझम बारिश के आसार हैं। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का एक चक्रवात बना हुआ है।

यह सिस्टम 13 सितम्बर को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से प्रदेश के कुछ स्थानों पर अच्छी बरसात का दौर शुरू होने की संभावना है। हालांकि इस सिस्टम के गुजरने के बाद बरसात की गतिविधियों में कमी आने लगेगी। वहीं, एक सप्ताह के अंदर पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रतिचक्रवात बनने की संभावना है। इससे हवाओं के रुख में भी परिवर्तन होगा। यह मानसून की विदाई का स्पष्ट संकेत है।

मध्य प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश:

अगले 24 घंटे के दौरान दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश में बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, रायसेन, नरसिंहपुर, जबलपुर, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, शहडोल, दमोह और सागर तक वर्षा होने की संभावना है। इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, उज्जैन और रतलाम में छिटपुट बारिश हो सकती है। रीवा, छतरपुर, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना सहित बाकी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। 24 घंटे बाद मध्य प्रदेश में बारिश और कम हो जाएगी। बारिश का अगला स्पेल 17 या 18 सितंबर को आ सकता है, जब समूचे राज्य में तीन-चार दिनों के दौरान भारी वर्षा दर्ज की जाएगी।

 

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