हरियाणा॥ विधवा महिला ने जब अपने देवर से शादी करने से मना कर दिया तो उसने अपने भाई व पड़ोसी के साथ मिलकर उस विधवा की हत्या कर दी। कत्ल के बाद शव को एक सीमेंट के पिलर से बांधकर गांव बड़ सिकरी खुर्द के जोहड़ में फेंक दिया ताकि लाश सड़ जाए और हत्या का पता न चल सके। पुलिस ने 70 दिन बाद भाभी की हत्या के तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर हत्या का खुलासा कर दिया। पुलिस ने मृतका के दो देवर व एक पड़ोसी को हत्या करने, सबूत मिटाने के आरोप में अरेस्ट कर लिया है।
आरोपितों ने घटना को अंजाम देने के बाद महिला के गले में पड़ा सोने का लॉकेट, पाजेब व चांदी की चेन तथा हथफूल आपस में बांट लिए। अदालत ने गुरुवार को तीनों को 10 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर भेजा है।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह के अनुसार संगरूर जिला के गांव गलाड़ी निवासी महिमा की शादी कसान निवासी जय भगवान के साथ 30 वर्ष पहले हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। जय भगवान की गत वर्ष मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद उसका देवर कंवरभान उर्फ कौल महिमा से शादी करना चाहता था। महिमा ने जब शादी करने से मना कर दिया तो वह उसके चरित्र पर संदेह करने लगा और उससे रंजिश रखने लगा। उसने अपने भाई विक्रम व पड़ोसी रिंकू के साथ मिलकर अपनी भाभी की हत्या करने की योजना बना डाली।
इसके तहत हत्या करने से एक सप्ताह पहले कंवरभान व रिंकू एक दुकान से सीमेंट पिल्लर खरीदकर बड़सिकरी खुर्द में तालाब के पास बने शमशान घाट के नजदीक डाल कर आए। आठ जनवरी को रात के समय महिला के दोनों देवरों ने महिमा की उसके मकान में गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को बड़सिकरी खुर्द के शमशान घाट पर ले गए। तीनों ने शव को पिल्लर से बांधकर तालाब में डाल दिया गया।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि गांव बड़ सीकरी के जोहड़ से शव मिलने के बाद पुलिस ने आसपास के गांव में घरों से गायब हुई किसी भी महिला की जानकारी हासिल करने का प्रयास किया। थाना प्रभारी राजौंद एस.आई.चंद्रभान व पुलिस चौकी किठाना प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक मुकेश कुमार की टीम ने मामले को सुलझाते हुए मृतका के 27 वर्षीय देवर कंवरभान उर्फ कौल व 30 वर्षीय देवर विक्रम उर्फ विक्की तथा पड़ोसस में रहने वाले 22 वर्षीय साथी रिंकू को गिरफतार कर लिया। आरोपियों से रिमांड के दौरान पूछताछ की जा रही है।