लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हुए लखीमपुर कांड में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा समेत 13 आरोपियों की मुश्किलें अब बढ़ती हुईं नजर आ रही हैं। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने हादसे की धाराएं हटाकर हत्या के प्रयास, अंग भंग, एक राय होकर क्राइम करना व असलहों के दुरुपयोग की धारा लगा दी है।
विवेचक ने रिमांड फ़ाइल और अदालती मुकदमे में इन धाराओं को बढ़ाने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है जिस पर आज सभी आरोपितों को कोर्ट में तलब किया गया है। जांच कर रही एसआईटी की टीम ने माना है कि यह क्राइम किसी लापरवाही का नतीजा नहीं, बल्कि जानबूझकर, साजिशन व जान लेने की नीयत से किया गया अपराध है।
गौरतलब है कि यूपी के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुए बवाल में चार किसानों समेत 5 लोगों की मौत हो गयी थी। इस मामले में देश के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष समेत 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि आशीष की जमानत पर हाइकोर्ट में सुनवाई चल रही है। इधर एसआईटी ने हाई कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा था। इस बीच विवेचना के दौरान धाराओं में बदलाव कर दिया गया है। विवेचक ने माना है कि यह घटना लापरवाही से नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत इसे अंजाम दिया गया है।